by-Ravindra Sikarwar
शहडोल, मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश के शहडोल जिले में भारी बारिश के बीच हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे में तीन महिलाओं की मौत हो गई, जबकि 15 अन्य लोग, जिनमें बच्चे भी शामिल हैं, घायल हो गए। यह घटना सोमवार सुबह तब हुई जब अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन कर लौट रहे श्रद्धालुओं से भरा एक तेज रफ्तार मल्टी-यूटिलिटी वाहन (MUV) एक पेड़ से जा टकराया।
दुर्घटना का विस्तृत विवरण:
पुलिस के अनुसार, यह भीषण हादसा सुबह करीब 4:45 बजे ब्यौहारी थाना क्षेत्र के जोरा गांव के पास हुआ। यह समूह छत्तीसगढ़ के बिलासपुर जिले से अयोध्या में राम मंदिर के दर्शन करने के बाद वापस लौट रहा था। वाहन, जिसका पंजीकरण नंबर CG10-BP-8657 था, में 20 यात्री सवार थे, जिनमें ज्यादातर महिलाएं और बच्चे शामिल थे, जो एक ही विस्तारित परिवार के सदस्य थे।
बताया गया है कि दुर्घटना स्थल पर रात भर हुई भारी बारिश के कारण सड़क गीली और फिसलन भरी थी, और दृश्यता भी कम थी। प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि वाहन तेज गति से चल रहा था, और संभवतः चालक ने थकान या सड़क की फिसलन के कारण नियंत्रण खो दिया, जिसके परिणामस्वरूप वाहन सड़क किनारे एक पेड़ से जा टकराया। टक्कर इतनी भीषण थी कि तीन महिलाओं की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों की पहचान 55 वर्षीय गायत्री कंवर, 50 वर्षीय मालती पटेल और इंदिरा बाई के रूप में हुई है।
राहत और बचाव कार्य:
हादसे के तुरंत बाद स्थानीय निवासी सबसे पहले मौके पर पहुंचे और अधिकारियों को सूचित करने के साथ-साथ बचाव प्रयासों में सहायता की। पुलिस दल भी शीघ्र ही पहुंच गए और घायलों को अस्पताल पहुंचाया। चार गंभीर रूप से घायल लोगों को शुरू में ब्यौहारी अस्पताल ले जाया गया, जिसके बाद उन्हें उन्नत उपचार के लिए शहडोल मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया। अन्य 11 घायलों का भी इलाज जारी है।
ब्यौहारी थाने के प्रभारी अरुण पांडे ने पुष्टि की कि दुर्घटनास्थल रात भर की बारिश के कारण पूरी तरह भीगा हुआ था, जिसने संभवतः खराब दृश्यता और फिसलन भरी सड़क की स्थिति में योगदान दिया। शहडोल के लिए मौसम संबंधी आंकड़ों में घटना के दिन 57 प्रतिशत वर्षा की संभावना, 1.7 सेमी से अधिक बारिश और 96 प्रतिशत तक सापेक्ष आर्द्रता दर्ज की गई थी। पूरे दिन इस क्षेत्र में भारी बारिश की चेतावनी जारी रही। अधिकारी अरुण पांडे ने आगे कहा कि यांत्रिक खराबी की संभावना को अभी तक खारिज नहीं किया गया है और वाहन की आगे की जांच की जा रही है।
शहडोल में जनजीवन प्रभावित:
इस दुर्घटना के अलावा, पिछले दो दिनों से हो रही लगातार बारिश ने शहडोल जिले में सामान्य जनजीवन को severely प्रभावित किया है। कुशाभाऊ ठाकरे जिला अस्पताल के तीन वार्ड, जिनमें सर्जिकल यूनिट भी शामिल है, पानी से भर गए, जिससे मरीजों को दूसरे क्षेत्रों में स्थानांतरित करना पड़ा। शहडोल जिला अस्पताल की सिविल सर्जन शिल्पी सराफ ने बताया कि पुरुष और महिला दोनों सर्जिकल वार्ड जलमग्न थे और मरीजों को अन्य क्षेत्रों में स्थानांतरित कर दिया गया।
रिपोर्ट्स के अनुसार, एक उफान पर नाले के कारण मेडिकल कॉलेज कई घंटों तक कट गया था, जिससे मरीज और कर्मचारी फंसे रहे। इसके अतिरिक्त, शहडोल रेलवे स्टेशन के प्लेटफॉर्म एक और दो जलमग्न हो गए, जिससे ट्रेनों की आवाजाही चार घंटे तक रुक गई और पांच ट्रेनें प्रभावित हुईं।