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by-Ravindra Sikarwar

गंगटोक, सिक्किम: 2 जून, 2025 की रात सिक्किम के मंगन जिले में लाचेन के पास छातेन में एक विनाशकारी भूस्खलन हुआ, जिसने भारतीय सेना के एक कैंप को अपनी चपेट में ले लिया। इस भयावह प्राकृतिक आपदा में तीन सैन्यकर्मी वीरगति को प्राप्त हुए हैं, जबकि एक अधिकारी और उनके परिवार सहित छह अन्य लोग अभी भी लापता बताए जा रहे हैं।

घटना का विस्तृत विवरण:
यह हृदय विदारक घटना रविवार की देर शाम उस समय हुई जब क्षेत्र में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश के कारण पहाड़ी का एक बड़ा हिस्सा ढह गया और सीधे छातेन स्थित सैन्य शिविर पर जा गिरा। भूस्खलन की भयावहता इतनी अधिक थी कि इसने कैंप के कई हिस्सों को पूरी तरह से दफन कर दिया, जिससे भारी तबाही मची।

रक्षा अधिकारियों ने शहीद हुए जवानों की पहचान हवलदार लखविंदर सिंह, लांस नायक मुनीश ठाकुर और पोर्टर अभिषेक लखड़ा के रूप में की है। यह दुखद है कि इस घटना में एक सैन्य अधिकारी और उनके परिवार के सदस्य भी लापता हैं, जिनकी तलाश युद्ध स्तर पर जारी है।

बचाव और राहत कार्य:
घटना की सूचना मिलते ही सेना, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (NDRF) और अन्य नागरिक एजेंसियां तुरंत हरकत में आ गईं। बचाव दल अत्यधिक कठिन परिस्थितियों में काम कर रहे हैं, क्योंकि भारी बारिश और भूस्खलन के कारण बचाव अभियान में बाधा आ रही है। घटनास्थल पर मिट्टी और मलबे का विशाल ढेर जमा हो गया है, जिससे लापता लोगों का पता लगाना और उन्हें बाहर निकालना बेहद मुश्किल हो गया है।

मंगलवार सुबह, पाक्योंग ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे से 23 NDRF कर्मियों को लेकर एक वी-5 हेलीकॉप्टर उत्तरी सिक्किम के छातेन के लिए रवाना हुआ। यह टीम सैटेलाइट फोन और आपातकालीन गियर से लैस है, ताकि दुर्गम क्षेत्र में बचाव, निकासी और संचार बहाल करने में सहायता मिल सके। अधिकारी पैदल पहुंच मार्गों और हेलीपैड की व्यवहार्यता का भी पता लगा रहे हैं, जो मौसम की स्थिति पर निर्भर करेगा।

क्षेत्रीय स्थिति और अन्य प्रभाव:
मंगन जिले में 29 मई से लगातार हो रही बारिश ने व्यापक भूस्खलन को जन्म दिया है, जिससे फिडांग और सांगकलंग में पुल आंशिक रूप से क्षतिग्रस्त हो गए हैं और कई दिनों से सड़क संपर्क बाधित है। 130 मिमी से अधिक बारिश के कारण लाचेन, लाचुंग, गुरुदोंगमार, वैली ऑफ फ्लावर्स और जीरो प्वाइंट जैसे प्रमुख पर्यटन स्थलों के मार्गों पर गंभीर क्षति हुई है। तीस्ता नदी में बादल फटने और लगातार बारिश के बाद 35-40 फीट की वृद्धि हुई, जिससे क्षेत्रीय कनेक्टिविटी बाधित हो गई और महत्वपूर्ण सड़कों और पुलों को भारी नुकसान हुआ।

उच्च-स्तरीय बैठक और चेतावनी:
सिक्किम के मुख्य सचिव आर तेलंग ने मंगन में आपदा की स्थिति का आकलन करने के लिए एक उच्च-स्तरीय समीक्षा बैठक की अध्यक्षता की। सूचना और जनसंपर्क विभाग के अनुसार, बैठक सड़क अवरोधों को दूर करने, फंसे हुए पर्यटकों को निकालने और बिजली, सड़क मार्ग और दूरसंचार जैसी आवश्यक सेवाओं की बहाली में तेजी लाने पर केंद्रित थी।

राज्य पर्यटन और नागरिक उड्डयन विभाग ने पर्यटकों को सलाह जारी करते हुए कहा है कि वे सिक्किम की यात्रा केवल नवीनतम सड़क और मौसम की स्थिति की जांच करने के बाद ही करें।

इस घटना ने सिक्किम में प्राकृतिक आपदाओं के बढ़ते खतरे और संवेदनशील क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे की सुरक्षा सुनिश्चित करने की तत्काल आवश्यकता को एक बार फिर उजागर कर दिया है। पूरे देश में इस दुखद घटना पर शोक व्यक्त किया जा रहा है और लापता लोगों की सुरक्षित वापसी के लिए प्रार्थनाएं की जा रही हैं।

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