
गुना, मध्य प्रदेश: गुना जिले के भदौरा क्षेत्र में बुधवार और गुरुवार की मध्य रात्रि एक दर्दनाक सड़क दुर्घटना में चार लोगों की मौत हो गई, जबकि तीन अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए। यह हृदयविदारक घटना तब घटी जब एक तेज रफ्तार कार चालक के नियंत्रण से बाहर होकर डिवाइडर से टकरा गई और बुरी तरह पलट गई।
पुलिस सूत्रों से मिली विस्तृत जानकारी के अनुसार, कार में सवार सभी व्यक्ति एक विवाह समारोह में शिरकत करने के बाद अपने घर लौट रहे थे। यात्रा के दौरान, अत्यधिक गति और वाहन पर नियंत्रण खो देने के कारण, कार अचानक डिवाइडर से जा टकराई। टक्कर इतनी जबरदस्त थी कि वाहन कई बार पलटा और बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया।
दुर्घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस तुरंत घटनास्थल पर पहुंची। एंबुलेंस को भी सूचित किया गया, जिसने तत्परता दिखाते हुए घायलों को निकालकर अस्पताल पहुंचाया। दुर्भाग्यवश, चार लोगों ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। मृतकों की पहचान गोविंद रघुवंशी, सोनू, वीरू और हितेश के रूप में हुई है। ये सभी मृतक पड़ोसी शिवपुरी जिले की कोलारस तहसील के रिजौदा गांव के रहने वाले थे। इस घटना से पूरे गांव में शोक की लहर दौड़ गई है।
हादसे में घायल हुए तीन व्यक्तियों को तत्काल प्राथमिक उपचार के लिए स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। चिकित्सकों ने एक घायल की गंभीर हालत को देखते हुए उसे बेहतर इलाज के लिए भोपाल रेफर कर दिया है। अन्य दो घायलों का इलाज गुना के अस्पताल में ही चल रहा है और उनकी स्थिति भी चिंताजनक बनी हुई है।
म्याना थाना प्रभारी गोपाल चौबे ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि यह एक अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण हादसा है। उन्होंने बताया कि पुलिस ने इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है और दुर्घटना के वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए विस्तृत जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस यह जानने का प्रयास कर रही है कि क्या चालक नशे में था या किसी अन्य तकनीकी खराबी के कारण वाहन अनियंत्रित हुआ। प्रत्यक्षदर्शियों से भी पूछताछ की जा रही है ताकि घटना की सही जानकारी मिल सके।
यह गौरतलब है कि हाल के दिनों में मध्य प्रदेश के विभिन्न जिलों में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में चिंताजनक वृद्धि देखी गई है। कुछ ही दिनों पहले मंदसौर जिले में एक कार के खुले कुएं में गिरने से बारह लोगों की जान चली गई थी। इसके अतिरिक्त, नीमच और सागर सहित अन्य जिलों से भी गंभीर सड़क हादसों की खबरें सामने आई हैं। इन लगातार हो रही दुर्घटनाओं ने राज्य में सड़क सुरक्षा के उपायों और उनके कार्यान्वयन पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। नागरिकों और सामाजिक कार्यकर्ताओं द्वारा सड़क सुरक्षा नियमों का सख्ती से पालन कराने और यातायात व्यवस्था को दुरुस्त करने की मांग जोर पकड़ रही है। इस ताजा घटना ने एक बार फिर प्रशासन और नागरिकों दोनों को सड़क सुरक्षा के प्रति अधिक जागरूक होने की आवश्यकता पर बल दिया है।