BY: Ravindra singh
भिंड, चंबल अंचल: चंबल अंचल में लगातार हो रही बारिश ने दबोह मंडी की व्यवस्थाओं की पोल खोल दी है। जल निकासी की कमी और प्रशासनिक लापरवाही के कारण मंडी परिसर में जमा हुए पानी से लाखों रुपये का अनाज खराब होने की कगार पर है। हैरानी की बात यह है कि प्रशासन इस गंभीर मसले पर जिम्मेदारी लेने से इनकार कर रहा है।
बारिश ने उजागर की अव्यवस्थाएं
बीते कुछ दिनों से क्षेत्र में हो रही भारी बारिश के बावजूद मंडी प्रशासन ने न तो कोई पूर्व तैयारी की और न ही जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित की। परिणामस्वरूप दबोह मंडी में भारी जलभराव हो गया, जिससे वहां मौजूद कई व्यापारियों के गोदामों में रखा अनाज भीग गया और खराब होने लगा।
व्यापारियों में नाराजगी
स्थानीय व्यापारियों ने प्रशासन पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा:
“हम मंडी को टैक्स देते हैं तो बारिश जैसी आपदाओं से सुरक्षा देना भी उनकी जिम्मेदारी बनती है।”
व्यापारियों का कहना है कि अनाज जहां रखा था, वह मंडी क्षेत्र के भीतर स्थित है और वहां लंबे समय से गोदाम चल रहे हैं। ऐसे में मंडी प्रशासन का उसे बाहर का इलाका बताना गलत है।
प्रशासनिक रवैये पर उठे सवाल
जब इस बारे में मंडी सचिव से सवाल किया गया, तो उन्होंने जवाब दिया:
“नुकसान जिस स्थान पर हुआ है वह मंडी क्षेत्र के अधिकार में नहीं आता, इसलिए यह हमारी जिम्मेदारी नहीं है।”
इस बयान ने व्यापारियों के गुस्से को और बढ़ा दिया, क्योंकि वे यह स्पष्ट कर रहे हैं कि वे वर्षों से मंडी क्षेत्र में कारोबार कर रहे हैं और नियमित टैक्स चुका रहे हैं।
स्थिति की भयावहता
घटनास्थल से मिले वीडियो और तस्वीरों में साफ दिखाई देता है कि पानी गोदामों में भर चुका है और उसमें रखा हुआ अनाज पूरी तरह सेगिला हो चुका है। इसके बावजूद प्रशासन की तरफ से अब तक कोई राहत या सहायता नहीं दी गई है।