Spread the love

by-Ravindra Sikarwar

हरदा (मध्य प्रदेश): मानसून की शुरुआत के साथ ही मध्य प्रदेश के हरदा जिले से एक बेहद चौंकाने वाला और खतरनाक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में लोग अपनी जान की परवाह किए बगैर एक उफनती हुई नदी को पार करते हुए दिखाई दे रहे हैं। यह वीडियो जिले में नदी-नालों पर पुलों की कमी और लोगों की लापरवाही को उजागर करता है।

वीडियो में दिखा खौफनाक मंजर:
वायरल हो रहे वीडियो में, भारी बारिश के कारण एक नदी पूरे उफान पर बह रही है। नदी का बहाव इतना तेज है कि उसमें उतरना भी जानलेवा साबित हो सकता है। यह मंजर दिल दहला देने वाला है, क्योंकि थोड़ी सी भी चूक उन्हें तेज बहाव में बहा सकती है। वीडियो में यह भी दिख रहा है कि कुछ लोग एक दूसरे का हाथ पकड़कर, एक मानव श्रृंखला बनाकर भी नदी पार करने की कोशिश कर रहे हैं।

जान जोखिम में डालने की वजह:
स्थानीय लोगों के अनुसार, इस नदी पर कोई उचित पुल नहीं है या फिर मौजूदा पुल पानी में डूब गया है। ग्रामीणों के पास दूसरे गाँव या शहर तक पहुँचने के लिए यही एकमात्र रास्ता बचता है, जिसके कारण वे अपनी जान जोखिम में डालने को मजबूर हैं। हर साल मानसून में ऐसी घटनाएं आम हो जाती हैं, जब ग्रामीणों को मजबूरी में जान जोखिम में डालकर नदी पार करनी पड़ती है। यह दिखाता है कि ग्रामीण इलाकों में बुनियादी ढांचे, खासकर पुलों की कमी, एक गंभीर समस्या बनी हुई है।

प्रशासन की चेतावनी और कार्रवाई:
वीडियो वायरल होने के बाद, स्थानीय प्रशासन हरकत में आ गया है। हरदा जिला प्रशासन ने लोगों से ऐसी खतरनाक जगहों से दूर रहने की अपील की है। एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “हमने नदी के किनारे पुलिस और होमगार्ड की टीमें तैनात कर दी हैं ताकि किसी को भी ऐसी खतरनाक जगहों से नदी पार करने से रोका जा सके। हम सभी से अपील करते हैं कि पानी के उतरने का इंतजार करें, क्योंकि जान से बढ़कर कुछ नहीं है।”

जनता के लिए अपील:
यह वीडियो बैतूल जैसे हरदा के पड़ोसी जिलों के लिए भी एक सबक है, जहां मानसून के दौरान कई नदियां और नाले उफान पर रहते हैं। आप सभी से अपील है:

  • उफनते नदी-नालों को पार करने की कोशिश बिल्कुल न करें।
  • अगर पुल पर पानी भर गया हो, तो पुल पार न करें।
  • जान जोखिम में डालने के बजाय सुरक्षित स्थान पर रहें और मदद का इंतजार करें।

यह घटना एक बार फिर याद दिलाती है कि बारिश के मौसम में लापरवाही कितनी भारी पड़ सकती है। प्रशासन और जनता, दोनों को मिलकर इस तरह के हादसों को रोकने के लिए कदम उठाने होंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

× Whatsapp