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ग्वालियर: ग्वालियर में लोकायुक्त पुलिस ने भ्रष्टाचार के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए व्रत मोहना के राजस्व निरीक्षक दिलीप नागर को ₹30 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। यह कार्रवाई मंगलवार शाम को राजस्व निरीक्षक के निवास पर की गई। राजस्व निरीक्षक पर आरोप है कि उसने घाटीगांव में 44 बीघा जमीन की नापतौल कर कब्जा दिलवाने के एवज में ₹50 हजार की रिश्वत मांगी थी।

सौदेबाजी के बाद ₹35 हज़ार तय हुए
लोकायुक्त पुलिस निरीक्षक कविन्द्र सिंह चौहान ने घटना की जानकारी देते हुए बताया कि फरीदाबाद निवासी प्रवीण सिंह, पुत्र सुखबीर सिंह ने इस संबंध में शिकायत दर्ज कराई थी। शिकायतकर्ता ने बताया कि उन्होंने ग्राम ददोरी सर्कल, तहसील घाटीगांव में 42 बीघा जमीन खरीदी थी, जिस पर बादामी देवी कुशवाह और शिव प्रताप कुशवाह ने अवैध कब्जा कर रखा था। इस कब्जे को हटाने के लिए घाटीगांव के तहसीलदार द्वारा चार बार आदेश जारी किए थे, लेकिन जमीन की नापतौल होने के बावजूद भी कब्जा नहीं हट सका था। तहसीलदार ने कब्जा हटाने और जमीन की नापतौल के लिए एक टीम गठित की थी, जिसका प्रभारी राजस्व निरीक्षक दिलीप नागर को नियुक्त किया गया था।

शिकायतकर्ता प्रवीण सिंह के अनुसार, तहसीलदार के आदेश के बाद राजस्व निरीक्षक दिलीप नागर ने जमीन की नाप कराने और कब्जा दिलवाने के लिए ₹50 हजार की रिश्वत की मांग की थी। प्रवीण सिंह ने इतनी बड़ी रकम देने में असमर्थता जताई, जिसके बाद राजस्व निरीक्षक से बातचीत हुई और ₹35 हजार में सौदा तय हुआ। फरियादी ने ₹5 हजार अग्रिम के तौर पर दे दिए थे और शेष ₹30 हजार मंगलवार को राजस्व निरीक्षक के घर पर देने की बात तय हुई थी।

लोकायुक्त ने घर पर रंगे हाथों पकड़ा
रिश्वत की मांग से परेशान होकर प्रवीण सिंह ने ग्वालियर लोकायुक्त पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शिकायत की पुष्टि के बाद लोकायुक्त एसपी राजेश मिश्रा ने निरीक्षक कविन्द्र सिंह चौहान के नेतृत्व में एक टीम का गठन किया। योजना के तहत, प्रवीण सिंह ने राजस्व निरीक्षक दिलीप नागर से फोन पर बात की, जिसमें शेष ₹30 हजार की रकम देने के लिए राजस्व निरीक्षक ने उसे अपने घर बुलाया।

मंगलवार शाम जैसे ही प्रवीण सिंह ने राजस्व निरीक्षक दिलीप नागर को ₹30 हजार की रिश्वत दी और उसने पैसे लेकर अपनी जेब में डाले, लोकायुक्त की टीम ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया। इस दौरान राजस्व निरीक्षक ने भागने का प्रयास भी किया, लेकिन लोकायुक्त टीम ने उसे धर दबोचा। लोकायुक्त पुलिस ने राजस्व निरीक्षक दिलीप नागर के खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज कर आगे की कार्रवाई शुरू कर दी है। लोकायुक्त टीम ने आरोपी राजस्व निरीक्षक के हाथों को धुलवाया, जिसके बाद पानी गुलाबी हो गया, जिससे रिश्वत लेने की पुष्टि हुई।

लोकायुक्त पुलिस निरीक्षक कविन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि राजस्व निरीक्षक को ₹30 हजार की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया गया है। आरोपी ने जमीन की नापतौल और कब्जा दिलवाने के एवज में यह रिश्वत मांगी थी। लोकायुक्त पुलिस मामले की गहनता से जांच कर रही है।

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