by-Ravindra Sikarwar
मुंबई: एक चौंकाने वाले मामले में, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के एक सांसद के ड्राइवर को हैदराबाद के निजाम के दीवानों (पूर्व प्रधानमंत्रियों) के वंशजों द्वारा 150 करोड़ रुपये मूल्य की 3 एकड़ जमीन उपहार में दिए जाने के बाद पुलिस ने गहन जांच शुरू कर दी है। यह असामान्य दान राजनीतिक और आर्थिक गलियारों में भारी संदेह पैदा कर रहा है।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के अनुसार, यह मामला कुछ समय पहले सामने आया जब 3 एकड़ की एक बेशकीमती जमीन, जिसकी अनुमानित बाजार कीमत 150 करोड़ रुपये है, एक सांसद के निजी ड्राइवर के नाम पर एक ‘उपहार विलेख’ (Gift Deed) के माध्यम से हस्तांतरित कर दी गई। यह जमीन मुंबई के पास एक अत्यंत महत्वपूर्ण और महंगी जगह पर स्थित है।
जमीन देने वाले हैदराबाद के निजाम के पूर्व दीवानों (प्रधानमंत्रियों) के वंशज हैं, जिनका ऐतिहासिक रूप से संपत्ति और शाही परिवारों से गहरा संबंध रहा है। जमीन लेने वाला व्यक्ति सत्ताधारी पार्टी के एक लोकसभा सांसद का ड्राइवर है, जिसकी आय और सामाजिक स्थिति इतनी बड़ी संपत्ति के साथ मेल नहीं खाती।
पुलिस जांच के कारण और संदेह के बिंदु:
पुलिस ने यह जांच तब शुरू की जब यह उपहार विलेख सामने आया। पुलिस सूत्रों के अनुसार, इतनी बड़ी रकम की संपत्ति एक ऐसे व्यक्ति को दान में दिया जाना, जिसका दानदाताओं से कोई ज्ञात पारिवारिक या व्यक्तिगत संबंध नहीं है, कई गंभीर सवाल खड़े करता है।
जांच के मुख्य बिंदु निम्नलिखित हैं:
- अत्यधिक मूल्य: पुलिस यह पता लगा रही है कि इतनी बेशकीमती जमीन किसी ऐसे व्यक्ति को क्यों दी गई, जिसका दानदाताओं से कोई सीधा संबंध नहीं है। यह दान किसी दबाव, धमकी या किसी बड़ी डील का हिस्सा तो नहीं है?
- राजनीतिक संबंध: ड्राइवर का एक सत्ताधारी सांसद से सीधा संबंध होने के कारण, जांच एजेंसियां यह भी देख रही हैं कि क्या यह दान किसी राजनीतिक प्रभाव के बदले में दिया गया था। क्या इस दान के पीछे सांसद या उनके किसी करीबी का हाथ है?
- मनी लॉन्ड्रिंग की संभावना: पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि क्या यह लेनदेन किसी तरह के काले धन को सफेद करने या मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़ा हुआ है।
- संपत्ति का इतिहास: जांच दल संपत्ति के स्वामित्व के इतिहास और उसके कानूनी दावों की भी पड़ताल कर रहा है, क्योंकि यह निजाम के वंशजों से जुड़ी है।
पुलिस की कार्रवाई:
पुलिस ने इस मामले में संबंधित धाराओं के तहत जांच शुरू कर दी है। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, “यह एक बहुत ही असामान्य मामला है। हमने उपहार विलेख के दस्तावेजों को जब्त कर लिया है और उनकी गहन जांच की जा रही है। ड्राइवर और जमीन दान करने वाले निजाम के वंशजों से भी पूछताछ की जाएगी।”
उन्होंने आगे कहा, “हम सभी पहलुओं की जांच कर रहे हैं, जिसमें राजनीतिक दबाव या किसी आर्थिक अपराध की संभावना भी शामिल है।”
राजनीतिक हलकों में हलचल:
इस मामले ने महाराष्ट्र के राजनीतिक गलियारों में भी हलचल मचा दी है। हालांकि सांसद का नाम अभी तक सार्वजनिक नहीं किया गया है, लेकिन शिंदे सेना के खेमे में इस घटना को लेकर चर्चा तेज है। विपक्षी दलों ने भी इस पर सवाल उठाना शुरू कर दिया है और मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है।
पुलिस की जांच अभी शुरुआती चरण में है, और इस हाई-प्रोफाइल मामले में आगे कई चौंकाने वाले खुलासे हो सकते हैं। यह घटना एक बार फिर से राजनीतिक और आर्थिक संबंधों की जटिलताओं पर सवाल उठाती है।