
गाजियाबाद के अतरौली इलाके में एक रबर रोल्स निर्माण इकाई में बॉयलर विस्फोट हुआ, जिसमें तीन लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। घटना के बाद पुलिस मौके पर पहुंची और राहत एवं बचाव कार्य शुरू किया।
घटना का विवरण
यह हादसा शुक्रवार सुबह करीब 5:30 बजे नॉर्डस्टर्न रबर एंड रोल्स प्राइवेट लिमिटेड फैक्ट्री में हुआ। पुलिस के अनुसार, मृतकों की पहचान योगेंद्र कुमार (48) – निवासी मुकीमपुर, भोजपुर; अनुज सिंह (27) – निवासी कृष्णा नगर, मोदीनगर; और अवधेश कुमार (21) – निवासी जेवर, ग्रेटर नोएडा के रूप में हुई है।
मौके पर मौजूद श्रमिकों ने बताया कि बॉयलर मशीन पहले से ठीक से काम नहीं कर रही थी, जिसकी शिकायत उन्होंने फैक्ट्री मालिक से की थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई। हादसे के बाद पुलिस सुरक्षा उपायों की जांच कर रही है और मजदूरों से पूछताछ कर रही है।
पहले भी हो चुकी है ऐसी घटनाएँ
मार्च 2024 में अलवर-भिवाड़ी मेगा हाईवे-48 पर स्थित सिज़वर्क इंक मैन्युफैक्चरिंग यूनिट में भी इसी तरह का हादसा हुआ था। 17 मार्च को दोपहर करीब 3:30 बजे एक पुराना बॉयलर हटाने के दौरान अचानक विस्फोट हो गया, जिसमें 32 वर्षीय श्रमिक शेख जमशेद (निवासी – पथरिया, झारखंड) की मौत हो गई और एक अन्य व्यक्ति घायल हो गया।
इस विस्फोट की तीव्रता इतनी अधिक थी कि बॉयलर के टुकड़े 500 मीटर तक बिखर गए। आसपास के 10-12 घरों की दीवारें और खिड़कियाँ क्षतिग्रस्त हो गईं। स्थानीय लोगों का कहना है कि कारखाने के प्रबंधन ने दुर्घटना के बाद फैक्ट्री को बंद कर दिया और अधिकारियों को सूचना तक नहीं दी। बाद में खुफिया सूचना मिलने पर भिवाड़ी एसपी ज्येष्ठा मैत्रेयी के निर्देश पर पुलिस अधिकारी हनुमान प्रसाद यादव ने घटनास्थल का निरीक्षण किया।
स्थानीय निवासियों की चिंता
हादसे के समय आसपास खेल रहे बच्चों की जान बाल-बाल बची। स्थानीय निवासी अकबर खान ने बताया कि यह फैक्ट्री पहले भी सुरक्षा नियमों की अनदेखी के कारण विवादों में रही है। अप्रैल 2024 में यहाँ एक भीषण आग लगने की घटना भी सामने आई थी।
निष्कर्ष
लगातार हो रही ऐसी घटनाएँ औद्योगिक सुरक्षा नियमों की अनदेखी को दर्शाती हैं। श्रमिकों का कहना है कि प्रशासन को इस तरह के हादसों को रोकने के लिए कड़े कदम उठाने चाहिए, ताकि भविष्य में इस तरह की त्रासदियाँ न हों।