
नवरात्रि के चौथे दिन मां कुष्मांडा के दर्शन के लिए श्रद्धालुओं की भारी भीड़ कामाख्या धाम में उमड़ी। मंदिर को हर दिन अलग-अलग भव्य सजावट से अलंकृत किया जा रहा है, जिससे भक्तों को एक दिव्य अनुभव प्राप्त हो रहा है।
मां कुष्मांडा की पूजा और विशेष भोग
मंदिर के पुजारी मनोज मिश्रा के अनुसार, मां कुष्मांडा की पूजा विधि-विधान से की जाती है। भक्तगण मां को मिठाई, फल और मालपुआ का भोग अर्पित करते हैं। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मां कुष्मांडा की उपासना करने से भक्तों की सभी इच्छाएं पूर्ण होती हैं और जीवन की परेशानियां समाप्त हो जाती हैं।
विद्यार्थियों के लिए विशेष महत्व
देवी पुराण के अनुसार, छात्रों को विशेष रूप से नवरात्रि में मां कुष्मांडा की आराधना करनी चाहिए। ऐसा करने से बुद्धि का विकास होता है और एकाग्रता बढ़ती है। श्रद्धालु उपवास रखकर और मां की पूजा-अर्चना करके उनका आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
कामाख्या धाम में नवरात्रि की पूजा बड़े ही धूमधाम से मनाई जा रही है, जहां श्रद्धालु आस्था और भक्ति के साथ मां कुष्मांडा की कृपा प्राप्त कर रहे हैं।