
बेंगलुरु: कर्नाटक के पूर्व पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) ओम प्रकाश 21 अप्रैल को बेंगलुरु स्थित अपने आवास पर रहस्यमय परिस्थितियों में मृत पाए गए। पुलिस ने यह जानकारी दी।
समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, 68 वर्षीय ओम प्रकाश का शव उनके घर में चोटों के साथ मिला, जिससे हत्या की आशंका बढ़ गई है।
प्रकाश की पत्नी, पल्लवी ने पुलिस को इस घटना की सूचना दी। पुलिस ने बताया कि शव उनके बेंगलुरु के पॉश इलाके एचएसआर लेआउट स्थित तीन मंजिला मकान के भूतल पर खून से लथपथ पड़ा हुआ था।
पुलिस ने इस संबंध में प्रकाश की पत्नी और बेटी से पूछताछ शुरू कर दी है।
अतिरिक्त पुलिस आयुक्त (एसीपी) विकास कुमार ने बताया कि प्रकाश के बेटे ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, जिसके आधार पर प्राथमिकी दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है और उसके अनुसार जांच शुरू की जाएगी।
उन्होंने कहा, “शारीरिक हमला हुआ है। एक हथियार का इस्तेमाल किया गया है। खून की कमी हुई है। आगे की जांच के बाद हमें विस्तृत जानकारी मिलेगी।”
कुछ रिपोर्टों में संकेत दिया गया है कि सेवानिवृत्त डीजीपी ने पहले कुछ करीबी सहयोगियों से अपनी जान को खतरे की आशंका जताई थी। समाचार एजेंसी ने बताया कि पुलिस को इस घटना में करीबी परिवार के सदस्यों की संलिप्तता का संदेह है। यह भी पता चला है कि परिवार में संपत्ति विवाद चल रहा था।
शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है और आगे की जांच जारी है।
ओम प्रकाश कौन थे?
- ओम प्रकाश 1981 बैच के भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) के अधिकारी थे।
- वह बिहार के चंपारण के रहने वाले थे।
- ओम प्रकाश ने भूविज्ञान में स्नातकोत्तर (मास्टर) की डिग्री हासिल की थी।
- उन्होंने अपने पुलिस करियर की शुरुआत हरपनहल्ली में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के रूप में की थी।
- उन्होंने कर्नाटक के बल्लारी जिले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक के रूप में भी सेवाएं दीं।
- प्रकाश ने राज्य के शिवमोग्गा, उत्तर कन्नड़ और चिक्कमगलुरु जिलों के पुलिस अधीक्षक (एसपी) के रूप में भी कार्य किया।
- प्रकाश ने राज्य लोकायुक्त, अग्निशमन और आपातकालीन सेवाएं और अपराध जांच विभाग (सीआईडी) में भी पद संभाले थे।
- 1 मार्च 2015 को ओम प्रकाश को पुलिस महानिदेशक नियुक्त किया गया था।