
वसंतगढ़ में दो से तीन आतंकियों के छिपे होने की आशंका, सुरक्षा बलों का व्यापक घेराबंदी
उधमपुर (जम्मू-कश्मीर): जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले के वसंतगढ़ इलाके में आज सुबह सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच एक भीषण मुठभेड़ शुरू हो गई। इस मुठभेड़ में भारतीय सेना के एक बहादुर जवान ने देश की रक्षा करते हुए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया है। सेना के सूत्रों के अनुसार, इलाके में दो से तीन आतंकवादियों के छिपे होने की आशंका है, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने पूरे क्षेत्र को घेर लिया है और सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
यह मुठभेड़ उधमपुर के घने जंगलों और पहाड़ी इलाकों वाले वसंतगढ़ क्षेत्र में हो रही है। आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया जानकारी मिलने के बाद सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस के संयुक्त दल ने इलाके में घेराबंदी शुरू की। जैसे ही सुरक्षा बल संदिग्ध ठिकाने के करीब पहुंचे, आतंकवादियों ने उन पर स्वचालित हथियारों से गोलीबारी शुरू कर दी, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई।
इस गोलीबारी में सेना का एक जवान गंभीर रूप से घायल हो गया। उन्हें तुरंत नजदीकी सैन्य अस्पताल ले जाया गया, लेकिन इलाज के दौरान उन्होंने वीरगति प्राप्त की। शहीद जवान की पहचान अभी सार्वजनिक नहीं की गई है। सेना के अधिकारी ने शहीद जवान के शौर्य और बलिदान को नमन करते हुए कहा कि राष्ट्र उनके इस सर्वोच्च त्याग को हमेशा याद रखेगा।
मुठभेड़ अभी भी जारी है और सुरक्षा बल आतंकवादियों को मार गिराने के लिए हर संभव प्रयास कर रहे हैं। अतिरिक्त सुरक्षा बलों को भी मौके पर भेजा गया है ताकि ऑपरेशन को और प्रभावी बनाया जा सके। सेना इस बात का पूरा ध्यान रख रही है कि इस ऑपरेशन के दौरान किसी भी स्थानीय नागरिक को कोई नुकसान न पहुंचे। नागरिकों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए ही आगे की कार्रवाई की जा रही है।
यह मुठभेड़ ऐसे समय में हो रही है जब पूरा देश हाल ही में पहलगाम में हुए जघन्य आतंकवादी हमले के सदमे से उबर रहा है। उस हमले में 26 निर्दोष लोगों की जान चली गई थी। पहलगाम हमले के बाद से ही सुरक्षा बल पूरे इलाके में आतंकवादियों की तलाश में व्यापक तलाशी अभियान चला रहे हैं। माना जा रहा है कि उधमपुर में छिपे हुए आतंकवादी उसी समूह से संबंधित हो सकते हैं जो पहलगाम हमले में शामिल था।
सुरक्षा एजेंसियों का मानना है कि सीमा पार से घुसपैठ की कोशिशें लगातार जारी हैं और आतंकवादी अशांति फैलाने की साजिश रच रहे हैं। उधमपुर में हुई यह मुठभेड़ आतंकवादियों के नापाक मंसूबों को विफल करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है।
सेना के प्रवक्ता ने बताया कि इलाके में तलाशी अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक सभी आतंकवादियों को मार नहीं गिराया जाता या उन्हें पकड़ नहीं लिया जाता। उन्होंने स्थानीय लोगों से शांति बनाए रखने और सुरक्षा बलों का सहयोग करने की अपील की है।
इस घटना ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद की चुनौती को उजागर किया है और सुरक्षा बलों के अदम्य साहस और बलिदान को सलाम करने का अवसर दिया है। शहीद जवान का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा और सुरक्षा बल आतंकवाद के खिलाफ अपनी लड़ाई को और तेज करेंगे। पूरे देश की संवेदनाएं शहीद जवान के परिवार के साथ हैं।