by-Ravindra Sikarwar
शिवपुरी, मध्य प्रदेश: ग्वालियर से सटे शिवपुरी जिले के पिछोर थाना क्षेत्र में दबंगई का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। पिछोर के ग्राम भरौली स्थित एक पेट्रोल पंप पर शुक्रवार देर शाम जल्दी पेट्रोल भरवाने को लेकर एक दर्जन से अधिक लोगों ने जमकर उत्पात मचाया। इस दौरान उन्होंने पेट्रोल पंप कर्मचारियों के साथ बेरहमी से मारपीट की और पंप परिसर में तोड़फोड़ कर लाखों रुपये का नुकसान कर दिया।
क्या था विवाद का कारण?
यह घटना शुक्रवार शाम करीब 7 बजे की है, जब पेट्रोल पंप पर ग्राहकों की लंबी लाइन लगी हुई थी। इसी दौरान, एक युवक बाइक पर आया और उसने लाइन में लगने के बजाय सबसे पहले पेट्रोल भरवाने की जिद की। पेट्रोल पंप पर मौजूद कर्मचारी ने उसे लाइन में लगने के लिए कहा और बताया कि पहले से खड़े ग्राहकों को ही पेट्रोल दिया जाएगा।
इस बात पर युवक और कर्मचारी के बीच तीखी बहस और कहासुनी हो गई। बहस इतनी बढ़ गई कि युवक ने अपने दोस्तों को फोन कर मौके पर बुला लिया। कुछ ही देर में 10 से 12 युवक लाठी-डंडों से लैस होकर पेट्रोल पंप पर आ धमके।
मारपीट और तोड़फोड़ का मंज़र:
पेट्रोल पंप पर आते ही, युवकों के झुंड ने बिना कुछ सोचे-समझे कर्मचारियों पर हमला बोल दिया। उन्होंने पंप पर मौजूद कर्मचारियों को घेरकर लाठी-डंडों से पीटना शुरू कर दिया। इस हमले में कई कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हो गए, जिन्हें तुरंत इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया।
मारपीट के बाद, हमलावरों ने पेट्रोल पंप परिसर में जमकर तोड़फोड़ की। उन्होंने पेट्रोल भरने वाली मशीनों (डिस्पेंसर) को क्षतिग्रस्त कर दिया, ऑफिस के शीशे तोड़ दिए और कैश काउंटर पर भी तोड़फोड़ की। जाते-जाते उन्होंने पेट्रोल पंप पर लगे सीसीटीवी कैमरों को भी तोड़ने की कोशिश की ताकि उनकी पहचान न हो सके। इस घटना से पंप पर मौजूद अन्य ग्राहकों में दहशत फैल गई और वहां अफरा-तफरी का माहौल बन गया।
पुलिस की कार्रवाई और जांच:
घटना की सूचना मिलते ही, पिछोर थाना पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन तब तक सभी हमलावर वहां से भाग चुके थे। पेट्रोल पंप के मैनेजर ने तुरंत थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने शिकायत के आधार पर अज्ञात एक दर्जन से अधिक लोगों के खिलाफ मारपीट (IPC 323), तोड़फोड़ (IPC 427), और दंगा फैलाने (IPC 147) समेत अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है।
पुलिस ने बताया कि वे पेट्रोल पंप पर लगे बचे हुए सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाल रहे हैं और हमलावरों की पहचान करने की कोशिश कर रहे हैं। फिलहाल, सभी आरोपी फरार हैं और पुलिस उनकी तलाश में छापेमारी कर रही है।
यह घटना एक बार फिर सार्वजनिक स्थानों पर लोगों के बीच बढ़ते हिंसक व्यवहार और धैर्य की कमी को दर्शाती है। क्या पुलिस इन हमलावरों को जल्द पकड़ पाएगी और उन्हें कानून के कटघरे में खड़ा करेगी?