by-Ravindra Sikarwar
रेप और हत्या के मामलों में दोषी डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम सिंह को एक बार फिर 40 दिन की पैरोल मिल गई है। 2017 से यह उनकी 14वीं अस्थायी रिहाई है। 57 वर्षीय राम रहीम मंगलवार सुबह सुनारिया जेल से बाहर आए और सिरसा स्थित डेरा मुख्यालय पहुंचे।
पैरोल और जन्मदिन का जश्न:
सूत्रों के मुताबिक, राम रहीम सुबह 6 बजे कड़ी सुरक्षा के बीच जेल से निकले और 9 बजे तक सात एसयूवी के काफिले के साथ सिरसा डेरा पहुंचे। यह आठ साल में पहली बार होगा कि वह अपना जन्मदिन (15 अगस्त) सिरसा डेरा मुख्यालय में मनाएंगे। इससे पहले की पैरोल पर वह अक्सर उत्तर प्रदेश के बरनावा आश्रम में रुकते थे। इस बार वह 14 सितंबर को जेल लौटने तक सिरसा में ही रहेंगे।
राम रहीम इस बार अपना 58वां जन्मदिन मनाएंगे, लेकिन प्रशासन ने डेरा में बड़ी सभाओं की अनुमति नहीं दी है। उम्मीद है कि वह अपने अनुयायियों को वर्चुअल माध्यम से संबोधित करेंगे।
चुनावों से संबंध और पैरोल का इतिहास:
राम रहीम को मिली पैरोल और फरलो अक्सर हरियाणा, पंजाब, दिल्ली या राजस्थान में होने वाले चुनावों से जुड़ी रही हैं। डेरा सच्चा सौदा के इन राज्यों में बड़ी संख्या में अनुयायी हैं, खासकर हरियाणा के सिरसा, फतेहाबाद, कुरुक्षेत्र, कैथल और हिसार जिलों में।
- अप्रैल 2025 में उन्हें 21 दिन की फरलो मिली थी, जिसके दौरान वह सिरसा डेरा में रुके थे।
- जनवरी 2025 में, दिल्ली विधानसभा चुनावों से एक हफ्ते पहले, उन्हें 30 दिन की पैरोल दी गई थी।
- पिछले साल 1 अक्टूबर को, हरियाणा विधानसभा चुनावों से पहले, उन्हें 20 दिन की पैरोल मिली थी।
अब तक, राम रहीम जेल से बाहर 326 दिन बिता चुके हैं।
राम रहीम पर लगे आरोप:
राम रहीम 2017 से दो महिला अनुयायियों के बलात्कार के मामले में 20 साल की सजा काट रहे हैं। इसके अलावा, जनवरी 2019 में उन्हें पत्रकार राम चंदर छत्रपति की हत्या के मामले में भी आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई थी। हालांकि, पिछले साल मई में पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट ने उन्हें डेरा के पूर्व प्रबंधक रणजीत सिंह की 2002 में हुई हत्या के मामले में बरी कर दिया था।