by-Ravindra Sikarwar
भारत के कई हिस्सों में भीषण गर्मी का कहर लगातार जारी है, जिसने जनजीवन को बुरी तरह प्रभावित किया है। जहां राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (दिल्ली-एनसीआर) को पिछले कुछ दिनों से थोड़ी राहत मिली है, वहीं राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और विशेष रूप से मध्य प्रदेश के कुछ हिस्सों में अभी भी लगातार उच्च तापमान का सामना करना पड़ रहा है। इसी बीच, भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने आने वाले दिनों में देश में एक “सुपर एक्टिव” मानसून की भविष्यवाणी की है, जिससे गर्मी से जूझ रहे राज्यों को बड़ी राहत मिलने की उम्मीद है।
दिल्ली-एनसीआर को मिली अस्थायी राहत:
दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र के निवासियों ने पिछले 24-48 घंटों में कुछ हद तक गर्मी से राहत महसूस की है। हल्की बारिश और बादलों के छाए रहने से अधिकतम तापमान में थोड़ी गिरावट दर्ज की गई है, जिससे लोगों को पिछले कई हफ्तों से जारी लू के प्रकोप से थोड़ी फुर्सत मिली है। हालांकि, मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि यह राहत अस्थायी हो सकती है जब तक कि मानसून पूरी तरह से सक्रिय न हो जाए।
राजस्थान, हरियाणा, पंजाब और मध्य प्रदेश में तपिश बरकरार:
इसके विपरीत, राजस्थान के पश्चिमी और उत्तरी जिलों, हरियाणा, पंजाब और मध्य प्रदेश के विभिन्न हिस्सों में अभी भी भीषण गर्मी की स्थिति बनी हुई है। इन राज्यों में कई स्थानों पर तापमान 45 डिग्री सेल्सियस के पार दर्ज किया जा रहा है, जिससे लू की स्थिति बनी हुई है।
- राजस्थान: खासकर पश्चिमी राजस्थान के बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर और बीकानेर जैसे इलाकों में दिन का तापमान सामान्य से काफी ऊपर बना हुआ है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त है।
- हरियाणा और पंजाब: इन दोनों राज्यों के मैदानी इलाकों में भी गर्मी का प्रकोप जारी है, जिससे किसानों और दैनिक मजदूरों को विशेष कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है।
- मध्य प्रदेश: इंदौर सहित मध्य प्रदेश के कई शहर भी अभी भी अत्यधिक गर्मी की चपेट में हैं। दिन के समय सूरज की तपिश असहनीय बनी हुई है, जिससे लोग घरों में रहने को मजबूर हैं। कृषि गतिविधियों पर भी इसका नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से लू से बचने के लिए आवश्यक सावधानी बरतने की अपील की है।
IMD की ‘सुपर एक्टिव’ मानसून की भविष्यवाणी:
इस भीषण गर्मी के बीच, IMD ने एक राहत भरी खबर दी है। मौसम विभाग ने भविष्यवाणी की है कि आने वाले दिनों में भारत में “सुपर एक्टिव” मानसून की शुरुआत होगी। इसका मतलब है कि देश के बड़े हिस्से में भारी और लगातार बारिश होने की संभावना है।
IMD के वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों में अनुकूल मौसमी प्रणालियां विकसित हो रही हैं, जो मानसून को तेजी से आगे बढ़ने और पूरे देश में वितरित होने में मदद करेंगी। यह भविष्यवाणी उन राज्यों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जो अभी भी लू की चपेट में हैं, क्योंकि मानसून की जोरदार शुरुआत से उन्हें गर्मी से स्थायी राहत मिलेगी।
‘सुपर एक्टिव’ मानसून का अर्थ है कि बारिश सामान्य से अधिक होगी और उसका वितरण भी बेहतर होगा, जिससे कृषि क्षेत्र को काफी लाभ मिलेगा और भूजल स्तर में सुधार होगा। हालांकि, भारी बारिश के कारण कुछ निचले इलाकों में जलभराव और बाढ़ जैसी स्थितियों की संभावना भी बढ़ सकती है, जिसके लिए संबंधित अधिकारियों को तैयार रहने की आवश्यकता है।
कुल मिलाकर, जहां एक ओर देश का एक बड़ा हिस्सा अभी भी गर्मी की मार झेल रहा है, वहीं दूसरी ओर मानसून की सकारात्मक भविष्यवाणी ने लोगों को राहत की सांस लेने का मौका दिया है। अब सभी की निगाहें आसमान पर टिकी हैं, यह देखने के लिए कि कब मानसून की बारिश गर्मी से जूझ रहे इलाकों में राहत लेकर आती है।