by-Ravindra Sikarwar
इस वर्ष विश्व पर्यावरण दिवस 2025 का मुख्य विषय “प्लास्टिक प्रदूषण को हराना” (#BeatPlasticPollution) है। इसका प्रमुख उद्देश्य प्लास्टिक कचरे के हानिकारक प्रभावों के बारे में वैश्विक जागरूकता बढ़ाना और साथ ही स्थायी तथा पर्यावरण-अनुकूल विकल्पों को बढ़ावा देना है। दुनिया भर में प्लास्टिक का बढ़ता उपयोग और इसका अनुचित निपटान हमारे ग्रह के पारिस्थितिक तंत्रों, वन्यजीवों और मानव स्वास्थ्य के लिए एक गंभीर खतरा बन गया है।
भारत का सराहनीय प्रयास: पिछले चार-पांच वर्षों से जारी मुहिम
भारत पिछले चार-पांच वर्षों से प्लास्टिक प्रदूषण से निपटने के लिए लगातार और दृढ़ता से काम कर रहा है। सरकार और विभिन्न संगठनों ने मिलकर प्लास्टिक के उपयोग को कम करने, उसके पुनर्चक्रण (रीसाइक्लिंग) को बढ़ावा देने और वैकल्पिक सामग्री के विकास को प्रोत्साहित करने के लिए कई पहल की हैं। एकल-उपयोग वाले प्लास्टिक (Single-Use Plastic) पर प्रतिबंध, अपशिष्ट प्रबंधन में सुधार और प्लास्टिक कचरे के संग्रह को बढ़ाने जैसे कदम इस दिशा में महत्वपूर्ण प्रयास हैं।
‘मिशन LiFE’: एक वैश्विक जन आंदोलन
इन प्रयासों के केंद्र में ‘मिशन LiFE’ (लाइफस्टाइल फॉर एन्वायरनमेंट) है। यह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा परिकल्पित एक अनूठा कार्यक्रम है जो संसाधनों के सचेत उपयोग और स्थायी जीवन शैली को अपनाने की वकालत करता है। ‘मिशन LiFE’ केवल सरकारी नीतियों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक वैश्विक जन आंदोलन बन रहा है। लाखों लोगों ने अपने दैनिक जीवन में पर्यावरण के प्रति जिम्मेदारी दिखाते हुए ‘कम करें, पुन: उपयोग करें और रीसायकल करें’ (Reduce, Reuse, Recycle) के मंत्र को अपनाया है। यह अवधारणा व्यक्तियों को पर्यावरण-अनुकूल विकल्प चुनने के लिए प्रोत्साहित करती है, जिससे सामूहिक रूप से बड़े पैमाने पर सकारात्मक बदलाव लाया जा सके।
दुनिया के लिए संदेश:
इस विश्व पर्यावरण दिवस पर, भारत दुनिया को एक स्पष्ट संदेश देना चाहता है, “हमारा ग्रह खतरे में है, और हम सभी को मिलकर इस चुनौती का सामना करना होगा। प्लास्टिक प्रदूषण एक वैश्विक संकट है जिसके लिए तत्काल और सामूहिक कार्रवाई की आवश्यकता है। हम, दुनिया के नागरिक, अपनी उपभोग की आदतों में छोटे-छोटे बदलाव करके एक बड़ा अंतर ला सकते हैं। ‘मिशन LiFE’ हमें दिखाता है कि कैसे एक जागरूक जीवन शैली पर्यावरण की रक्षा कर सकती है। आइए, हम सब मिलकर प्लास्टिक के उपयोग को कम करने, पुन: उपयोग को बढ़ावा देने और कचरे को कुशलता से रीसायकल करने का संकल्प लें। हमारा भविष्य हमारे हाथों में है, और यह समय है कि हम अपने ग्रह के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाएं। हर एक कदम मायने रखता है। एक साथ मिलकर, हम प्लास्टिक प्रदूषण को हरा सकते हैं और एक स्वच्छ, स्वस्थ और टिकाऊ भविष्य का निर्माण कर सकते हैं।”