
जम्मू/नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच पिछले 19 दिनों से जारी तनाव के बाद आखिरकार नियंत्रण रेखा (LOC) पर शांति का माहौल देखने को मिला है। 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारतीय वायुसेना द्वारा 9 मई को पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर जवाबी कार्रवाई की गई थी, जिसके बाद सीमा पर स्थिति अत्यंत तनावपूर्ण बनी हुई थी। हालांकि, कल रात से LOC और अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगे अन्य इलाकों में शांति रही, जिससे जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के सीमावर्ती क्षेत्रों के निवासियों ने राहत की सांस ली है।
23 अप्रैल से 11 मई तक सीमा पर तनाव:
भारतीय सेना से मिली जानकारी के अनुसार, 23 अप्रैल से 6 मई के बीच LOC से लगे कई इलाकों में लगातार गोलीबारी की घटनाएं सामने आईं थीं। 7 मई से 11 मई के बीच स्थिति और भी गंभीर हो गई थी, जब पाकिस्तान की ओर से लगातार हमले किए जा रहे थे। इस दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान के हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया और उनके कई आतंकी लॉन्चपैड को भी नष्ट कर दिया।
सुरनकोट में भारी फायरिंग के बाद पलायन:
हालात इतने गंभीर हो गए थे कि दो दिन पहले ही सुरनकोट में भारी फायरिंग हुई थी, जिससे स्थानीय लोगों में डर का माहौल व्याप्त हो गया था। फायरिंग के बाद कई लोगों ने अपने घर छोड़ने का फैसला कर लिया था। कुछ लोग पास के पहाड़ी गांवों और बंकरों में छिप गए थे, जबकि कुछ अन्य जम्मू के सुरक्षित इलाकों में चले गए थे।
शांति लौटने पर घर वापसी की उम्मीद:
अब जब सीमा पर स्थिति में सुधार हो रहा है, तो सुरनकोट से पलायन करने वाले लोग जल्द ही पुंछ में अपने घरों को लौटने की उम्मीद कर रहे हैं। सीमा के पास स्थित श्रीनगर, पठानकोट, राजौरी, अखनूर, जम्मू, कुलगाम, श्री गंगानगर और बडगाम से आई तस्वीरें भी यह दर्शाती हैं कि वहां की स्थिति अब पहले से काफी बेहतर हो गई है।
पंजाब और राजस्थान में भी सुधरे हालात:
सिर्फ जम्मू-कश्मीर के सीमावर्ती इलाकों में ही नहीं, बल्कि पंजाब और राजस्थान के सीमावर्ती शहरों में भी हालात बेहतर हुए हैं। चंडीगढ़ और जैसलमेर जैसे शहरों में भी स्थिति सामान्य हो रही है। बीते रविवार को चंडीगढ़ में प्रशासन ने आधिकारिक तौर पर सभी प्रतिबंध हटा दिए। चंडीगढ़ के डिप्टी कमिश्नर ने बताया, “अब जिंदगी फिर से पटरी पर लौट रही है और स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।” शहर में दुकानें और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान अब पहले की तरह अपने निर्धारित समय पर खुल सकते हैं। उन्होंने लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने और किसी भी तरह की गलत जानकारी को फैलाने से बचने की अपील की है।
राजस्थान के जैसलमेर में भी बाजारों में रौनक लौटने लगी है और लोग धीरे-धीरे अपनी सामान्य दिनचर्या में वापस आ रहे हैं। कल रात शहर में ब्लैकआउट भी नहीं किया गया। हालांकि, एहतियात के तौर पर आज भी जैसलमेर में सभी स्कूल, कॉलेज, कोचिंग सेंटर और विश्वविद्यालय बंद रहेंगे और छात्रों के लिए छुट्टी घोषित की गई है। साथ ही, सभी परीक्षाएं भी फिलहाल के लिए टाल दी गई हैं।
LOC पर 19 दिनों के संघर्ष के बाद आई यह शांति सीमावर्ती क्षेत्रों के निवासियों के लिए एक बड़ी राहत लेकर आई है। हालांकि, प्रशासन पूरी तरह से सतर्क है और किसी भी अप्रिय घटना से निपटने के लिए तैयार है। लोगों को उम्मीद है कि यह शांति स्थायी रहेगी और वे बिना किसी डर के अपना सामान्य जीवन जी सकेंगे।