by-Ravindra Sikarwar
गुजरात के वडोदरा जिले में कल एक नदी पर बने पुल के अचानक ढह जाने से बड़ा हादसा हो गया। इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना में अब तक 12 लोगों की जान जा चुकी है। मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तत्काल जांच के आदेश जारी किए हैं।
घटना का विवरण:
कल यानी बुधवार को वडोदरा जिले के पादरा कस्बे के पास स्थित गंभिरा गांव के समीप एक दुखद घटना सामने आई। यहां लगभग चार दशक पुराना एक पुल, जो माहीसागर नदी पर बना हुआ था, का एक बड़ा हिस्सा अचानक टूटकर ढह गया। पुल के ढहते ही उस पर से गुजर रहे कई वाहन सीधे नदी में जा गिरे। यह मंजर इतना भयानक था कि स्थानीय लोग भी इसे देखकर सन्न रह गए।
मृतकों की संख्या में वृद्धि:
इस हृदय विदारक हादसे में मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ रही है। बचाव दलों ने अथक प्रयासों के बाद तीन और शवों को नदी से बाहर निकाला है, जिसके बाद मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 12 हो गया है। अभी भी कुछ लोगों के फंसे होने या लापता होने की आशंका है, जिसके चलते बचाव अभियान पूरी मुस्तैदी से जारी है।
बचाव अभियान और प्रशासन की भूमिका:
हादसे की सूचना मिलते ही स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन दल तुरंत हरकत में आ गए। घटनास्थल पर बड़े पैमाने पर बचाव अभियान चलाया जा रहा है। पुलिस, एनडीआरएफ (राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल) और स्थानीय स्वयंसेवकों की टीमें मिलकर काम कर रही हैं। जिला प्रशासन स्वयं इस पूरे बचाव कार्य की बारीकी से निगरानी कर रहा है ताकि फंसे हुए लोगों को जल्द से जल्द सुरक्षित निकाला जा सके और घायलों को तत्काल चिकित्सा सहायता उपलब्ध कराई जा सके।
मुख्यमंत्री ने दिए जांच के आदेश:
इस गंभीर दुर्घटना पर गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेन्द्र पटेल ने गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने तत्काल प्रभाव से इस घटना की उच्च-स्तरीय जांच के आदेश दे दिए हैं। इस जांच का मुख्य उद्देश्य पुल ढहने के पीछे के वास्तविक कारणों का पता लगाना है, जिसमें पुल की संरचनात्मक अखंडता, रखरखाव की स्थिति और किसी भी संभावित लापरवाही की जांच शामिल होगी। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।
इस दुखद घड़ी में, सभी की निगाहें बचाव अभियान और जांच के परिणामों पर टिकी हुई हैं, ताकि पीड़ितों को न्याय मिल सके और ऐसे हादसों की पुनरावृत्ति न हो।