by-Ravindra Sikarwar
लुधियाना, पंजाब: मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव राज्य में निवेश आकर्षित करने के अपने प्रयासों को तेज कर रहे हैं। इसी कड़ी में, वह 7 जुलाई को पंजाब के औद्योगिक शहर लुधियाना में प्रमुख उद्योगपतियों के साथ एक संवाद सत्र आयोजित करेंगे। इस सत्र का उद्देश्य मध्य प्रदेश में निवेश के अवसरों को उजागर करना और उद्योग जगत को राज्य में व्यापार करने के लिए आमंत्रित करना है। यह ऐसे कई सत्रों की श्रृंखला का हिस्सा है जिनका आयोजन मुख्यमंत्री देश के विभिन्न हिस्सों में कर रहे हैं।
निवेश आकर्षित करने की रणनीति:
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव के नेतृत्व में मध्य प्रदेश सरकार राज्य को निवेश के लिए एक पसंदीदा गंतव्य बनाने पर विशेष जोर दे रही है। इस लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सरकार विभिन्न क्षेत्रों के निवेशकों तक सीधी पहुंच बना रही है। लुधियाना में होने वाला यह सत्र इसी रणनीति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
सत्र का उद्देश्य:
- मध्य प्रदेश की खूबियों का प्रदर्शन: मुख्यमंत्री और उनकी टीम उद्योगपतियों को मध्य प्रदेश में उपलब्ध संसाधनों, कुशल श्रमशक्ति, बेहतर कनेक्टिविटी (सड़क, रेल, हवाई), और व्यापार-अनुकूल नीतियों के बारे में जानकारी देगी।
- निवेश के अवसरों की पहचान: विशेष रूप से उन क्षेत्रों पर ध्यान केंद्रित किया जाएगा जहाँ लुधियाना के उद्योगपतियों की विशेषज्ञता है, जैसे कि कपड़ा, ऑटोमोबाइल घटक, मशीनरी, साइकिल निर्माण और कृषि-आधारित उद्योग।
- संवाद और शंका समाधान: यह सत्र उद्योगपतियों को सीधे मुख्यमंत्री और संबंधित अधिकारियों से बातचीत करने, अपनी शंकाएं दूर करने और निवेश संबंधी प्रक्रिया को समझने का अवसर प्रदान करेगा।
- सफल निवेशकों के अनुभव: संभव है कि कुछ ऐसे उद्योगपति भी सत्र में शामिल हों जिन्होंने पहले ही मध्य प्रदेश में निवेश किया है, ताकि वे अपने सफल अनुभवों को साझा कर सकें।
लुधियाना क्यों चुना गया?
लुधियाना पंजाब का एक प्रमुख औद्योगिक केंद्र है और इसे ‘भारत का मैनचेस्टर’ भी कहा जाता है। यह शहर कपड़ा उद्योग, साइकिल निर्माण, होजरी, ऑटोमोबाइल पुर्जों और लघु उद्योगों के लिए प्रसिद्ध है। यहाँ के उद्योगपति न केवल घरेलू बाजार में बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी अपनी पहचान बनाए हुए हैं।
मध्य प्रदेश सरकार की नजर लुधियाना के उद्यमियों की विशेषज्ञता और निवेश क्षमता पर है। राज्य इन उद्योगों को मध्य प्रदेश में लाने के लिए अनुकूल माहौल और प्रोत्साहन प्रदान कर सकता है, जिससे रोजगार सृजन और आर्थिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।
पहले भी हो चुके हैं ऐसे सत्र:
यह पहली बार नहीं है जब मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव निवेश आकर्षित करने के लिए इस तरह के सत्र आयोजित कर रहे हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री का पदभार संभालने के बाद से ही विभिन्न शहरों में ऐसे कई संवाद कार्यक्रम किए हैं। इन सत्रों के माध्यम से सरकार देश के कोने-कोने तक अपनी पहुंच बना रही है और निवेशकों को मध्य प्रदेश में अपने व्यापार का विस्तार करने के लिए प्रोत्साहित कर रही है।
सरकार का मानना है कि सीधे संवाद से निवेशकों का विश्वास बढ़ता है और उन्हें राज्य की निवेश नीतियों और सुविधाओं के बारे में प्रत्यक्ष जानकारी मिलती है। यह ‘इज ऑफ डूइंग बिजनेस’ (व्यापार करने में सुगमता) के संदेश को भी मजबूत करता है।
मध्य प्रदेश में निवेश का माहौल:
मध्य प्रदेश ने हाल के वर्षों में निवेश आकर्षित करने के लिए कई सुधार किए हैं। राज्य सरकार भूमि आवंटन प्रक्रियाओं को सरल बना रही है, औद्योगिक पार्कों और बुनियादी ढांचे का विकास कर रही है, और विभिन्न क्षेत्रों के लिए आकर्षक प्रोत्साहन पैकेज पेश कर रही है। लॉजिस्टिक्स और कनेक्टिविटी में सुधार भी निवेशकों के लिए एक प्रमुख आकर्षण है।
मुख्यमंत्री का यह लुधियाना दौरा राज्य के आर्थिक विकास के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उम्मीद है कि यह सत्र लुधियाना के उद्योगपतियों को मध्य प्रदेश में निवेश के लिए प्रेरित करेगा, जिससे राज्य में नई औद्योगिक इकाइयाँ स्थापित होंगी और रोजगार के अवसर पैदा होंगे।