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by-Ravindra Sikarwar

वाशिंगटन डीसी: अमेरिकी न्याय विभाग के अनुसार, दो चीनी शोधकर्ताओं पर मिशिगन विश्वविद्यालय की प्रयोगशाला में अपने काम के लिए अमेरिका में एक जहरीले फंगस की तस्करी करने का आरोप लगाया गया है। इस जैविक रोगज़नक़, जिसे फ्यूजेरियम ग्रैमिनेरम (Fusarium graminearum) के नाम से जाना जाता है, को संभावित कृषि-आतंकवाद हथियार के रूप में वर्गीकृत किया गया है।

फंगस की प्रकृति और संभावित खतरे:
फ्यूजेरियम ग्रैमिनेरम एक ऐसा फंगस है जो गेहूं, जौ, मक्का और चावल जैसी फसलों में “हेड ब्लाइट” या “हेड स्कैब” नामक बीमारी का कारण बनता है। न्याय विभाग का कहना है कि यह सालाना अरबों डॉलर का आर्थिक नुकसान कर सकता है। इससे भी अधिक चिंताजनक बात यह है कि यदि यह रोगज़नक़ भोजन में मिल जाता है, तो यह मनुष्यों और पशुधन में उल्टी, यकृत क्षति और प्रजनन संबंधी दोष पैदा कर सकता है। इसकी संक्रामकता और व्यापक फसल क्षति की क्षमता इसे एक गंभीर खतरा बनाती है।

आरोपित और एफबीआई के आरोप:
इस मामले में युनकिंग जियान (33) और ज़ुनयोंग लियू (34) पर साजिश, अमेरिका में सामानों की तस्करी, झूठे बयान और वीजा धोखाधड़ी का आरोप लगाया गया है।

  • युनकिंग जियान: मिशिगन विश्वविद्यालय की वेबसाइट से पता चलता है कि जियान आणविक, कोशिकीय और विकासात्मक जीव विज्ञान में विशेषज्ञता वाली एक शोध अध्येता हैं। आरोप है कि उन्हें चीन में इस रोगज़नक़ पर उनके काम के लिए चीनी सरकार से धन प्राप्त हुआ था। एफबीआई के आपराधिक शिकायत के अनुसार, उनके फोन पर एक हस्ताक्षरित बयान मिला है जिसमें जियान ने चीनी कम्युनिस्ट पार्टी (CCP) के प्रति निष्ठा व्यक्त की थी, जैसा कि एफबीआई निदेशक काश पटेल ने आरोप लगाया है।
  • ज़ुनयोंग लियू: जियान के प्रेमी लियू ने एक चीनी विश्वविद्यालय में काम किया जहाँ उन्होंने इसी रोगज़नक़ पर शोध किया था। एफबीआई का कहना है कि शुरुआत में उन्होंने इनकार किया, लेकिन बाद में उन्होंने डेट्रॉइट मेट्रोपॉलिटन एयरपोर्ट के माध्यम से अमेरिका में फ्यूजेरियम ग्रैमिनेरम की तस्करी करने की बात स्वीकार की। उनका उद्देश्य मिशिगन विश्वविद्यालय की प्रयोगशाला में इस पर शोध करना था, जहाँ उनकी प्रेमिका जियान काम करती थी। लियू को जुलाई 2024 में डेट्रॉइट हवाई अड्डे पर पूछताछ के दौरान उनके बैग में लाल पौधे की सामग्री मिलने के बाद चीन वापस भेज दिया गया था। चूंकि अमेरिका का चीन के साथ प्रत्यर्पण संधि नहीं है, इसलिए लियू की गिरफ्तारी तब तक मुश्किल है जब तक वह अमेरिका वापस नहीं आते।

कानूनी कार्यवाही और विश्वविद्यालय का रुख:
जियान 3 जून को अदालत में पेश हुईं और गुरुवार को एक बॉन्ड सुनवाई का इंतजार करते हुए उन्हें वापस जेल भेज दिया गया। एबीसी न्यूज ने मिशिगन विश्वविद्यालय से टिप्पणी के लिए संपर्क किया है। एफबीआई ने यह भी बताया कि विश्वविद्यालय के पास फ्यूजेरियम ग्रैमिनेरम को संभालने के लिए संघीय परमिट नहीं हैं।

चीन की प्रतिक्रिया:
इस मामले पर चीनी दूतावास के प्रवक्ता लियू पेंग्यु ने कहा कि उन्हें विशिष्ट स्थिति की जानकारी नहीं है, लेकिन उन्होंने जोर दिया कि “चीनी सरकार ने हमेशा विदेशों में चीनी नागरिकों को स्थानीय कानूनों और विनियमों का पालन करने की आवश्यकता जताई है और उनके वैध अधिकारों और हितों की भी दृढ़ता से रक्षा करेगी।”

यह घटना अमेरिका और चीन के बीच वैज्ञानिक अनुसंधान और राष्ट्रीय सुरक्षा को लेकर बढ़ती चिंताओं को उजागर करती है।

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