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अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा बढ़ाए गए टैरिफ का असर कई देशों पर पड़ा है। चीन अब इस चुनौती से निपटने के लिए भारत, जापान और दक्षिण कोरिया के साथ अपने व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने की रणनीति बना रहा है। चीन का लक्ष्य इन देशों के साथ मिलकर एक संयुक्त आर्थिक मोर्चा बनाना है, जिससे अमेरिकी टैरिफ का असर कम किया जा सके।

चीन की एशियाई देशों के साथ साझेदारी बढ़ाने की रणनीति
ट्रंप ने हाल ही में भारत, चीन, जापान और दक्षिण कोरिया पर भारी टैरिफ लागू करने की घोषणा की है। इनमें भारत पर 26%, चीन पर 34%, दक्षिण कोरिया पर 25% और जापान पर 24% टैरिफ लगाया गया है। इस फैसले के बाद चीन ने अपने पड़ोसी देशों के साथ सहयोग बढ़ाने की पहल की है ताकि अमेरिकी नीतियों का प्रभाव कम किया जा सके।

एक रिपोर्ट के अनुसार, ट्रंप की टैरिफ नीति से वैश्विक व्यापार नीतियों में बदलाव की संभावना बढ़ गई है। चीन अब भारत, जापान और दक्षिण कोरिया के साथ मिलकर अपने आर्थिक हितों को सुरक्षित करने के लिए प्रयास कर रहा है।

भारत से बढ़ेगा व्यापार, चीन खरीदेगा ज्यादा सामान
चीन ने भारत से अधिक मात्रा में वस्तुओं का आयात करने की इच्छा जताई है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है क्योंकि अमेरिका के साथ व्यापार महंगा हो सकता है। चीन इस अवसर का उपयोग अपने पड़ोसी देशों के साथ मजबूत आर्थिक संबंध बनाने के लिए कर रहा है।

भारत में चीन के राजदूत जू फेइहोंग ने कहा कि वे भारत के साथ व्यापार और अन्य क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने के लिए तैयार हैं। साथ ही, चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग ने भी भारत के साथ बेहतर संबंध स्थापित करने की आवश्यकता पर जोर दिया है। सीमा विवाद को कम करने के प्रयास भी हो रहे हैं ताकि दोनों देशों के बीच व्यापार को बढ़ावा दिया जा सके।

पांच साल बाद पहली बार हुई तीन देशों की बैठक
चीन, जापान और दक्षिण कोरिया ने हाल ही में आर्थिक सहयोग पर चर्चा करने के लिए एक महत्वपूर्ण बैठक की। यह बैठक पिछले पांच वर्षों में पहली बार हुई है। तीनों देश ट्रंप की टैरिफ नीति के प्रभाव को कम करने के लिए मिलकर काम करने पर सहमत हुए हैं।

जापान और दक्षिण कोरिया ने चीन से सेमीकंडक्टर के लिए कच्चा माल आयात करने पर सहमति जताई है, जबकि चीन इन देशों से तैयार सेमीकंडक्टर खरीदने में रुचि दिखा रहा है। इससे स्पष्ट है कि ये देश आपसी व्यापार को बढ़ाकर अमेरिकी टैरिफ के असर को कम करने की कोशिश कर रहे हैं।

क्या भारत और चीन के संबंध होंगे मजबूत?
चीन की हालिया पहल दिखाती है कि वह ट्रंप की नीतियों के कारण बने आर्थिक असंतुलन का लाभ उठाकर अपनी वैश्विक स्थिति को और मजबूत करना चाहता है। ट्रंप के फैसलों के कारण बनी व्यापारिक रिक्तता को चीन तेजी से भरने की कोशिश कर रहा है।

चीन, भारत, जापान और दक्षिण कोरिया के साथ मिलकर एक ऐसा आर्थिक मोर्चा बनाना चाहता है, जो अमेरिका की नीतियों का प्रभावी जवाब दे सके। अब देखना यह होगा कि भारत इस साझेदारी को किस हद तक स्वीकार करता है और यह गठबंधन भविष्य में कैसे आकार लेता है।

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