
पणजी: उत्तरी गोवा के शिरगांव में शनिवार सुबह श्री लैराई देवी की वार्षिक ‘जात्रा’ के दौरान एक दर्दनाक हादसा हो गया। भारी भीड़ के कारण मची भगदड़ में कम से कम छह श्रद्धालुओं की जान चली गई, जबकि 75 से अधिक लोग घायल हो गए। इस हृदयविदारक घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गहरा दुख व्यक्त किया है और गोवा के मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत से बात कर स्थिति की जानकारी ली है।
घटना का विवरण:
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, पारंपरिक श्री लैराई देवी की ‘जात्रा’ में भाग लेने के लिए गोवा, महाराष्ट्र और कर्नाटक से हजारों श्रद्धालु शिरगांव में एकत्र हुए थे। मंदिर परिसर और आसपास के इलाके में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ जमा हो गई थी। अचानक, अज्ञात कारणों से भीड़ में अफरा-तफरी मच गई, जिसके परिणामस्वरूप भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। लोग जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे और इस आपाधापी में कई लोग गिरकर कुचल गए।
आधिकारिक पुष्टि और हताहतों की संख्या:
मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के अधिकारियों ने पुष्टि की है कि इस भगदड़ में कम से कम छह लोगों की मौत हुई है और कई श्रद्धालु घायल हुए हैं। राज्य के स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने बताया कि लगभग 30 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से आठ की हालत गंभीर बनी हुई है और उन्हें बम्बोलिम स्थित गोवा मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में रेफर किया गया है। उन्होंने यह भी बताया कि आठ घायलों को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जबकि मामूली रूप से घायल 10 अन्य लोगों का प्राथमिक उपचार किया गया है।
स्वास्थ्य विभाग की त्वरित कार्रवाई:
स्वास्थ्य मंत्री विश्वजीत राणे ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग ने स्थिति को संभालने के लिए तत्काल और व्यापक कदम उठाए हैं। उन्होंने कहा, “हमने 108 एंबुलेंस सेवा के साथ समन्वय किया और यह सुनिश्चित किया कि घटना के तुरंत बाद पांच एंबुलेंस घटनास्थल पर भेजी जाएं, जबकि तीन और एंबुलेंस उत्तरी गोवा जिला अस्पताल में तैनात हैं।” उन्होंने आगे बताया कि अतिरिक्त चिकित्सकों को बुलाया गया है और वेंटिलेटर मशीनों की व्यवस्था के साथ एक समर्पित आईसीयू स्थापित किया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सभी आवश्यक व्यवस्थाएं की गई हैं और विभाग प्रत्येक मरीज के स्वास्थ्य पर बारीकी से नजर रख रहा है।
मुख्यमंत्री का दौरा और जांच के आदेश:
घटना की सूचना मिलते ही मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत तुरंत हरकत में आए और स्थिति का जायजा लेने के लिए उत्तरी गोवा के जिला अस्पताल और बिचोलिम अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने अस्पताल में भर्ती घायलों से मुलाकात कर उनके इलाज के बारे में जानकारी ली और उन्हें हर संभव सहायता का आश्वासन दिया। मुख्यमंत्री ने इस दुखद घटना की गहन जांच के आदेश भी जारी कर दिए हैं ताकि भगदड़ के सही कारणों का पता लगाया जा सके और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए उचित कदम उठाए जा सकें।
प्रधानमंत्री मोदी ने जताया दुख और हर संभव मदद का आश्वासन:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोवा में हुई इस दर्दनाक घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत से फोन पर बात कर स्थिति की जानकारी ली और शोक संतप्त परिवारों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। प्रधानमंत्री ने मुख्यमंत्री को केंद्र सरकार की ओर से हर संभव मदद का आश्वासन भी दिया है।
गोवा कांग्रेस ने जताया शोक:
गोवा प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने भी शिरगांव की श्री लैराई देवी जात्रा में हुई भगदड़ पर गहरा दुख व्यक्त किया है। पार्टी ने एक आधिकारिक बयान जारी कर इस दुखद घटना की निंदा की और अपने प्रियजनों को खोने वाले परिवारों के प्रति हार्दिक संवेदना व्यक्त की। कांग्रेस ने सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की है।
मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत का बयान:
भगदड़ के बाद मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने कहा, “अस्पताल ले जाने से पहले छह लोगों की मौत हो गई थी। मैंने सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का दौरा किया, जहां दो लोगों के शव रखे गए हैं। घायलों का बेहतर इलाज किया जा रहा है। मैंने जिला अस्पताल का भी दौरा किया, जहां 10 लोग भर्ती हैं। बाकी का गोवा मेडिकल कॉलेज में इलाज चल रहा है, जिनमें से एक व्यक्ति की हालत गंभीर है। प्रधानमंत्री मोदी ने घटना के बारे में मुझसे बात की और स्थिति का जायजा लिया और केंद्र से हरसंभव मदद का भरोसा दिलाया।”
यह दुखद घटना धार्मिक आयोजनों में सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ प्रबंधन की आवश्यकता पर एक गंभीर सवाल खड़ा करती है। उम्मीद है कि जांच के बाद सामने आने वाले तथ्यों के आधार पर भविष्य में ऐसी त्रासदियों को रोकने के लिए प्रभावी कदम उठाए जाएंगे।