
बुधनी (मध्य प्रदेश), 12 मई 2025: मध्य प्रदेश के बुधनी में एक अभूतपूर्व पहल होने जा रही है। यह स्थान जल्द ही देश के पहले ऐसे संस्थान के रूप में उभरेगा, जहां किसानों को न केवल आधुनिक कृषि उपकरणों के संचालन का प्रशिक्षण दिया जाएगा, बल्कि उनका परीक्षण करना भी सिखाया जाएगा। यह संस्थान कृषि क्षेत्र में तकनीकी ज्ञान और कौशल विकास के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।
आधुनिक कृषि उपकरणों और ड्रोन संचालन का प्रशिक्षण:
इस नव स्थापित प्रशिक्षण संस्थान का मुख्य उद्देश्य किसानों को खेती की नवीनतम तकनीकों से अवगत कराना और उन्हें इन उपकरणों को कुशलतापूर्वक उपयोग करने के लिए प्रशिक्षित करना है। किसानों को ट्रैक्टर, हार्वेस्टर और अन्य आधुनिक कृषि मशीनरी के संचालन की विस्तृत जानकारी दी जाएगी। इसके अतिरिक्त, संस्थान ड्रोन तकनीक पर भी विशेष ध्यान केंद्रित करेगा। किसानों को कृषि कार्यों में ड्रोन के उपयोग, जैसे कि फसल निगरानी, उर्वरक और कीटनाशक छिड़काव, और मानचित्रण आदि के लिए ड्रोन उड़ाने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह प्रशिक्षण किसानों को खेती को अधिक कुशल, सटीक और लागत प्रभावी बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
महिला सशक्तिकरण पर विशेष ध्यान:
यह संस्थान महिला किसानों और कृषि श्रमिकों को भी तकनीकी रूप से सशक्त बनाने पर विशेष जोर देगा। महिलाओं को कृषि उपकरणों के संचालन और रखरखाव के साथ-साथ ड्रोन उड़ाने का भी प्रशिक्षण दिया जाएगा। इस पहल का उद्देश्य कृषि क्षेत्र में महिलाओं की सक्रिय भागीदारी को बढ़ावा देना और उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है। तकनीकी ज्ञान प्राप्त करके महिलाएं न केवल अपने खेतों का बेहतर प्रबंधन कर सकेंगी, बल्कि कृषि आधारित उद्यमिता के नए अवसर भी तलाश सकेंगी।
पहले चरण में 20 सीटों की उपलब्धता:
बुधनी में स्थापित होने वाले इस महत्वाकांक्षी प्रशिक्षण संस्थान में पहले चरण में 20 सीटें उपलब्ध होंगी। यह सीमित संख्या प्रारंभिक चरण में प्रशिक्षण की गुणवत्ता और व्यक्तिगत ध्यान सुनिश्चित करने के लिए रखी गई है। आने वाले समय में संस्थान की क्षमता को धीरे-धीरे बढ़ाया जाएगा ताकि अधिक से अधिक किसान इस अनूठी पहल का लाभ उठा सकें।
कृषि क्षेत्र में क्रांति की उम्मीद:
यह संस्थान न केवल किसानों को कुशल बनाएगा बल्कि कृषि क्षेत्र में एक नई क्रांति लाने में भी सहायक होगा। आधुनिक उपकरणों और ड्रोन तकनीक के उपयोग से कृषि उत्पादन में वृद्धि होगी, लागत में कमी आएगी और किसानों की आय में सुधार होगा। इसके अलावा, प्रशिक्षित किसान नई तकनीकों को अपनाने और उनका प्रसार करने में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे, जिससे पूरे कृषि समुदाय को लाभ होगा।
बुधनी में स्थापित होने वाला यह प्रशिक्षण संस्थान निश्चित रूप से देश के अन्य कृषि संस्थानों के लिए एक आदर्श बनेगा और कृषि शिक्षा एवं कौशल विकास के क्षेत्र में एक नया अध्याय लिखेगा। यह पहल किसानों को आत्मनिर्भर बनाने और भारतीय कृषि को आधुनिकता की ओर ले जाने में एक महत्वपूर्ण कदम है।