
खंडवा, मध्य प्रदेश: मध्य प्रदेश के खंडवा जिले में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां एक युवक के कुएं में गिरने के बाद उसे बचाने के लिए सात अन्य लोग एक-एक करके कुएं में कूद पड़े और सभी की दम घुटने से मौत हो गई। यह घटना कोंडावत गांव में हुई, जहां गंगौर पर्व के दौरान एक कुएं की सफाई की जा रही थी।
घटना का विवरण:
कोंडावत गांव, जो खंडवा से लगभग 120 किलोमीटर दूर और जिला मुख्यालय से 15 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है, में यह हादसा हुआ। जानकारी के अनुसार, एक युवक दोपहर के समय कुएं में गिर गया जब रस्सी टूट गई, और वह कीचड़ में डूबकर बाहर नहीं आ सका। युवक को बचाने के लिए सात अन्य ग्रामीण एक-एक करके कुएं में कूद पड़े, लेकिन वे भी उस विषाक्त गैस के कारण दम घुटने से मर गए।
संभावित कारण:
खंडवा के पुलिस अधीक्षक मनोज राय के अनुसार, कुएं में जमा मलबे और गंदगी के कारण उसमें विषाक्त गैसें उत्पन्न हो गई थीं, जिनकी वजह से सभी की मौत हो गई। यह कुआं मुख्य रूप से मूर्तियों के विसर्जन के लिए इस्तेमाल किया जाता था और पानी पीने के लिए नहीं था।
बचाव कार्य:
घटना के बाद, गांववालों ने प्रशासन को सूचित किया और 100 सदस्यीय बचाव दल को मौके पर भेजा गया। एसडीईआरएफ के 15 सदस्य घंटों तक काम करते रहे और अंततः मृतकों तक पहुंचे। सभी मृतकों की पहचान राकेश, वासुदेव, अर्जुन, गजानंद, मोहन, अजय, शरण और अनिल के रूप में हुई। शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए खंडवा जिला अस्पताल भेजा गया है। प्रारंभिक जांच में यह भी पता चला है कि कुएं में एक नाली से गंदा पानी आ रहा था, जो इस कुएं को दलदली बना चुका था और उस पर विषाक्त गैसों का असर हो रहा था।
मुआवजा:
खंडवा के कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने बताया कि इस हादसे में जान गंवाने वाले प्रत्येक व्यक्ति के परिवार को 4 लाख रुपये की मुआवजा राशि दी जाएगी।
यह घटना कोंडावत गांव के लिए एक शोक का कारण बन गई है, जहां पहले गंगौर उत्सव की खुशी थी, अब वहां केवल शोक का माहौल है।