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भोपाल: ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान पाकिस्तान का खुलकर साथ देने वाले तुर्की के साथ व्यापारिक संबंधों को लेकर केंद्र सरकार और मध्य प्रदेश सरकार के बीच अलग-अलग रुख पर सवाल उठ रहे हैं। जहां एक ओर केंद्र सरकार ने देश के हवाई अड्डों पर काम करने वाली तुर्किए की कार्गो ऑपरेटर सेलेबी एयरपोर्ट सर्विसेस इंडिया का सिक्योरिटी क्लीयरेंस रद्द कर दिया है, वहीं मध्य प्रदेश में भोपाल-इंदौर मेट्रो स्टेशन का काम अब भी तुर्की की कंपनी एसिस इलेक्ट्रॉनिक वे बिलिशिम सिस्तेमलेरी (Asis Elektronik ve Bilişim Sistemleri) के पास बना हुआ है।

मार्च 2024 में मिला था ₹230 करोड़ का ठेका
एसिस इलेक्ट्रॉनिक वे बिलिशिम सिस्तेमलेरी कंपनी को मार्च 2024 में 230 करोड़ रुपये का एक बड़ा ठेका मिला था। यह ठेका भोपाल और इंदौर के कुल 53 मेट्रो स्टेशनों पर टिकट फेयर कलेक्शन के लिए सिस्टम लगाने का है। कंपनी वर्तमान में भोपाल में 8 और इंदौर में 5 स्टेशनों पर काम कर रही है। बताया जा रहा है कि इंदौर में काम पूरा हो गया है, जबकि भोपाल में 5 स्टेशनों पर सिस्टम लगाए जा चुके हैं और 43 स्टेशनों पर काम अभी भी बाकी है।

मेट्रो रेल कंपनी का रुख
इस मामले पर जब मेट्रो रेल के प्रबंध निदेशक (MD) एस. कृष्णा चैतन्य से संपर्क किया गया, तो उन्होंने कहा, “इंदौर-भोपाल में पहले चरण का काम पूरा हो गया है। शासन स्तर पर कुछ फैसला होगा तो पालन करेंगे।” उनके इस बयान से स्पष्ट है कि मेट्रो रेल कंपनी अपने स्तर पर इस मामले में कोई पहल नहीं करेगी और केंद्र या राज्य सरकार के अगले निर्देशों का इंतजार करेगी।

तुर्की की कंपनी का कार्यक्षेत्र
तुर्की की इस कंपनी को मिले अनुबंध में मुख्य रूप से एंड-टू-एंड ओपन लूप ईएमवी (EMV), एनसीएमसी (NCMC) कार्ड-आधारित एएफसी (Automatic Fare Collection) प्रणाली और क्यूआर कोड-आधारित टिकटिंग के डिजाइन, निर्माण, आपूर्ति, स्थापना, परीक्षण और कमीशनिंग की जिम्मेदारी शामिल है। इस पूरे सिस्टम का हर उपकरण एक केंद्रीय बैंक-ऑफिस एएफसी प्रणाली से जुड़ा होगा।

कंपनी से अनुबंध के लिए निविदाएं मार्च 2022 में आमंत्रित की गई थीं, जिसकी समय सीमा 4 साल और अनुमानित लागत 230 करोड़ रुपये थी।

यह स्थिति मध्य प्रदेश सरकार के लिए एक दुविधा पैदा कर सकती है, खासकर तब जब केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय सुरक्षा के मद्देनजर तुर्की की एक अन्य कंपनी पर प्रतिबंधात्मक कार्रवाई की है। इस मामले में आगे क्या निर्णय लिया जाता है, यह देखना महत्वपूर्ण होगा।

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