
भोपाल: राजधानी भोपाल के बाणगंगा चौराहे पर हुए दर्दनाक स्कूल बस हादसे के बाद प्रशासन ने त्वरित और कड़ी कार्रवाई की है। इस हादसे में एक महिला डॉक्टर की जान चली गई थी और छह अन्य लोग घायल हो गए थे। बस के ब्रेक फेल होने के कारण हुई इस दुर्घटना के बाद, फरार ड्राइवर और बस मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है, वहीं लापरवाही बरतने के आरोप में क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी (RTO) को निलंबित कर दिया गया है। कलेक्टर कौशलेन्द्र सिंह ने भी पीड़ितों को तत्काल आर्थिक सहायता प्रदान की है।
हादसे का विवरण:
पिछले दिन, भोपाल के बाणगंगा चौराहे पर एक तेज रफ्तार स्कूल बस अनियंत्रित होकर कई वाहनों से टकरा गई थी। इस भीषण टक्कर में एक महिला डॉक्टर की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि छह अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, बस के ब्रेक फेल हो गए थे, जिसके कारण ड्राइवर वाहन पर नियंत्रण खो बैठा। हादसे के बाद बस का ड्राइवर मौके से फरार हो गया था।
प्रशासन की त्वरित कार्रवाई:
इस गंभीर घटना के तुरंत बाद, भोपाल प्रशासन हरकत में आ गया। संभागीय आयुक्त संजीव सिंह ने तत्काल प्रभाव से भोपाल के आरटीओ जितेंद्र शर्मा को निलंबित कर दिया। यह निलंबन बस की फिटनेस और बीमा की वैधता की जांच में लापरवाही बरतने के आरोप में किया गया है।
वहीं, कलेक्टर कौशलेन्द्र सिंह ने भी तेजी दिखाते हुए रेड क्रॉस की तरफ से हादसे के पांच पीड़ितों को तत्काल 10-10 हजार रुपये की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की है। यह सहायता राशि घायलों और मृतकों के परिजनों को दी गई है, ताकि उन्हें इस मुश्किल समय में कुछ राहत मिल सके।
ड्राइवर और मालिक पर एफआईआर, गिरफ्तारी:
पुलिस ने भी इस मामले में तेजी से कार्रवाई करते हुए फरार बस ड्राइवर और बस मालिक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है। पुलिस ने ड्राइवर विशाल बैरागी को गिरफ्तार कर लिया है और उससे गहन पूछताछ कर रही है ताकि हादसे के सही कारणों और परिस्थितियों का पता लगाया जा सके।
लापरवाही उजागर:
संभागीय आयुक्त संदीप सिंह द्वारा जारी निलंबन आदेश में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि दुर्घटनाग्रस्त बस की फिटनेस पांच महीने पहले ही समाप्त हो चुकी थी और उसका बीमा भी वैध नहीं था। यह तथ्य आरटीओ जितेंद्र शर्मा द्वारा अपनी जिम्मेदारी का ठीक से निर्वहन न करने की ओर इशारा करता है, जिसके चलते उन्हें निलंबित किया गया है। प्रशासन इस मामले में किसी भी प्रकार की लापरवाही को बर्दाश्त नहीं करने के सख्त मूड में है।
वायरल वीडियो और लोगों में आक्रोश:
इस दर्दनाक हादसे के कई वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुए हैं, जिसने लोगों को झकझोर कर रख दिया है। वीडियो में अनियंत्रित बस को अन्य वाहनों से टकराते हुए देखा जा सकता है, जिससे लोगों में आक्रोश और दुख का माहौल है। लोग प्रशासन से इस मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे थे।
आगे की कार्रवाई:
प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि इस मामले की गहन जांच की जाएगी और जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ ही, शहर में चल रहे अन्य स्कूल बसों और यात्री वाहनों की फिटनेस और सुरक्षा मानकों की भी व्यापक जांच की जाएगी ताकि भविष्य में ऐसे हादसों को रोका जा सके।
निष्कर्ष:
भोपाल बस हादसे के बाद प्रशासन की यह त्वरित कार्रवाई पीड़ितों को कुछ हद तक राहत पहुंचा सकती है और लापरवाह अधिकारियों और वाहन मालिकों को एक कड़ा संदेश दे सकती है। कलेक्टर और संभागीय आयुक्त का तत्परता से लिया गया एक्शन सराहनीय है, लेकिन यह सुनिश्चित करना भी महत्वपूर्ण है कि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए दीर्घकालिक और प्रभावी कदम उठाए जाएं।