by-Ravindra Sikarwar
बेंगलुरु, कर्नाटक: बेंगलुरु में सूचना प्रौद्योगिकी क्षेत्र की दिग्गज कंपनी इंफोसिस (Infosys) के एक कर्मचारी को कथित तौर पर महिलाओं के वॉशरूम में अश्लील वीडियो रिकॉर्ड करते हुए गिरफ्तार किया गया है। इस घटना ने कंपनी परिसर के भीतर महिला कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर गंभीर चिंताएं बढ़ा दी हैं।
घटना का विवरण:
यह घटना बेंगलुरु के इलेक्ट्रॉनिक सिटी स्थित इंफोसिस के कैंपस में हुई। पुलिस सूत्रों के अनुसार, आरोपी कर्मचारी की पहचान अभिषेक मोहंती (बदला हुआ नाम) के रूप में हुई है। अभिषेक पर आरोप है कि उसने इंफोसिस कैंपस के भीतर महिलाओं के वॉशरूम में गुप्त रूप से एक मोबाइल फोन या रिकॉर्डिंग डिवाइस लगाकर अश्लील वीडियो रिकॉर्ड किए।
पुलिस के मुताबिक, इस घटना का खुलासा तब हुआ जब एक महिला कर्मचारी ने वॉशरूम में एक संदिग्ध डिवाइस देखा। उसने तुरंत इसकी सूचना कंपनी के सुरक्षाकर्मियों को दी। सुरक्षा टीम ने त्वरित कार्रवाई करते हुए डिवाइस को जब्त किया और जांच शुरू की। प्रारंभिक जांच में यह पाया गया कि डिवाइस में कई महिलाओं के वीडियो रिकॉर्ड किए गए थे।
गिरफ्तारी और जांच:
कंपनी की आंतरिक जांच के बाद, अभिषेक मोहंती को पहचान लिया गया और उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया। बेंगलुरु पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 354C (ताक-झांक – voyeurism) और अन्य संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर अभिषेक को गिरफ्तार कर लिया है।
पुलिस अब मामले की गहराई से जांच कर रही है। जांच के मुख्य बिंदु हैं:
- कितने वीडियो रिकॉर्ड किए गए: पुलिस यह पता लगाने का प्रयास कर रही है कि आरोपी ने कितने वीडियो बनाए हैं और ये वीडियो कब से बनाए जा रहे थे।
- वीडियो का प्रसार: यह भी जांच की जा रही है कि क्या आरोपी ने इन वीडियो को किसी के साथ साझा किया था या किसी ऑनलाइन प्लेटफॉर्म पर अपलोड किया था। यह एक बेहद गंभीर पहलू है, क्योंकि इससे पीड़ितों की गोपनीयता को और भी बड़ा खतरा हो सकता है।
- अन्य संदिग्धों की भूमिका: पुलिस यह भी जांच कर रही है कि क्या इस कृत्य में आरोपी के साथ कोई अन्य व्यक्ति भी शामिल था।
- डिवाइस का प्रकार: यह भी पता लगाया जा रहा है कि रिकॉर्डिंग के लिए किस प्रकार के डिवाइस का उपयोग किया गया था और उसे कैसे छिपाया गया था।
कंपनी की प्रतिक्रिया:
इंफोसिस ने इस घटना पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। कंपनी ने एक बयान जारी कर कहा है कि वे इस तरह के अनैतिक और अवैध कृत्यों को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं करेंगे। कंपनी ने पुष्टि की है कि आरोपी कर्मचारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है और आंतरिक जांच भी जारी है। इंफोसिस ने पुलिस जांच में पूरा सहयोग देने का आश्वासन दिया है और महिला कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने की बात कही है।
महिला सुरक्षा पर चिंताएं:
यह घटना कॉर्पोरेट परिसरों, विशेषकर आईटी कंपनियों में महिला कर्मचारियों की सुरक्षा को लेकर एक बार फिर बहस छेड़ रही है। जहां कंपनियाँ सुरक्षा के बड़े-बड़े दावे करती हैं, वहीं ऐसी घटनाएं सुरक्षा प्रोटोकॉल में संभावित खामियों को उजागर करती हैं।
महिला संगठनों और कर्मचारियों ने इस घटना पर चिंता व्यक्त की है और मांग की है कि कंपनियों को अपने कार्यस्थलों पर महिला सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए और भी कड़े कदम उठाने चाहिए। इसमें सीसीटीवी निगरानी के साथ-साथ बाथरूम और अन्य निजी स्थानों पर गुप्त कैमरों की नियमित जांच, कर्मचारियों के बीच जागरूकता बढ़ाना और शिकायत निवारण तंत्र को मजबूत करना शामिल है।
यह घटना उन सभी महिलाओं के लिए एक चेतावनी है जो सार्वजनिक या अर्ध-सार्वजनिक स्थानों पर अपनी निजता को लेकर आश्वस्त रहती हैं। पुलिस और कंपनी दोनों पर इस मामले में न्याय सुनिश्चित करने और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने का दबाव है।