
श्रीनगर: कश्मीर के पहलगाम में हुए बर्बर आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना और सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों के खिलाफ अपनी कार्रवाई तेज कर दी है। घाटी में अब तक चार आतंकवादियों के घरों को ध्वस्त कर दिया गया है। यह कार्रवाई आतंकियों को पनाह देने वालों और उनके समर्थकों के खिलाफ एक कड़ा संदेश है।
सेना ने त्राल इलाके में आतंकी आसिफ शेख के मोंघामा स्थित घर को उड़ा दिया। इसके अलावा, अनंतनाग में लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादी आदिल ठोकेर के घर में भी विस्फोट किया गया। पुलवामा में जैश-ए-मोहम्मद के आतंकी अहसान उल हक का घर भी ध्वस्त कर दिया गया, जिसने 2018 में पाकिस्तान जाकर आतंकी प्रशिक्षण लिया था। सुरक्षा बलों ने 2023 से सक्रिय लश्कर-ए-तैयबा के ही एक अन्य आतंकी हारिस अहमद के पुलवामा स्थित घर को भी जमींदोज कर दिया है।
सिंधु जल समझौते पर सरकार सख्त, पाकिस्तान बूंद-बूंद पानी को तरसेगा:
पहलगाम हमले के बाद भारत सरकार पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौते को लेकर भी सख्त रुख अपनाए हुए है। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने इस संबंध में स्पष्ट रूप से कहा है कि पाकिस्तान पानी की एक-एक बूंद के लिए तरस जाएगा। सरकार इस समझौते के तहत पाकिस्तान को जाने वाले पानी को रोकने के विकल्पों पर गंभीरता से विचार कर रही है।
ध्वस्त किए गए आतंकियों के घरों का विवरण:
- आसिफ शेख (त्राल): पहलगाम हमले में इस आतंकी का नाम सामने आया है। सेना ने त्राल के मोंघामा में स्थित इसके घर को ध्वस्त कर दिया।
- आदिल ठोकेर (अनंतनाग): यह लश्कर-ए-तैयबा का एक सक्रिय आतंकवादी था। अनंतनाग स्थित इसके घर को विस्फोट से उड़ा दिया गया।
- अहसान उल हक (पुलवामा): जैश-ए-मोहम्मद का यह आतंकी 2018 में पाकिस्तान में आतंकी प्रशिक्षण ले चुका था। पुलवामा में स्थित इसका घर भी सेना ने ध्वस्त कर दिया।
- हारिस अहमद (पुलवामा): लश्कर-ए-तैयबा का यह आतंकी 2023 से सक्रिय था। पुलवामा में इसके ठिकाने को भी सुरक्षा बलों ने जमींदोज कर दिया।
आतंकी की बहन का बयान, परिवार ने खुद को बताया बेगुनाह:
पहलगाम हमले के बाद जिन आतंकियों के घर गिराए गए हैं, उनमें से एक आतंकी की बहन का बयान सामने आया है। उसने दावा किया कि उसका एक भाई पहले से ही जेल में है और दूसरा “मुजाहिदीन” (आतंकवादी) है। उसने बताया कि जब वह अपने ससुराल से घर लौटी तो उसके माता-पिता और भाई-बहन घर पर नहीं थे, और उसे बताया गया कि पुलिस उन्हें ले गई है। उसने यह भी कहा कि उसने सुरक्षा बलों के एक जवान को उनके घर की छत पर बम जैसी कोई चीज रखते हुए देखा, जिसके बाद घर गिरा दिया गया। महिला ने अपने परिवार को पूरी तरह से बेगुनाह बताते हुए कहा कि उन्हें बेवजह सजा मिल रही है। हालांकि, सुरक्षा एजेंसियां इस दावे की पड़ताल कर रही हैं।
सुरक्षा बलों की यह त्वरित और कड़ी कार्रवाई पहलगाम आतंकी हमले के दोषियों और आतंकवाद को समर्थन देने वालों के खिलाफ सरकार की जीरो टॉलरेंस नीति को दर्शाती है। घाटी में आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाकर सेना यह स्पष्ट संदेश देना चाहती है कि आतंकवाद को किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।