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रायपुर, छत्तीसगढ़: केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह आज, 4 अप्रैल 2025 को छत्तीसगढ़ के दो दिवसीय दौरे पर आ रहे हैं। इस दौरान वे बस्तर पंडुम महोत्सव के समापन समारोह में शामिल होंगे, मां दंतेश्वरी मंदिर में दर्शन करेंगे और रायपुर में पुलिस एवं सहकारिता विभाग की समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे। इसके साथ ही वे नक्सलवाद के खिलाफ अपनी रणनीति को मजबूत करने के लिए एक अहम बैठक करेंगे।

अमित शाह का कार्यक्रम:
अमित शाह 4 अप्रैल को शाम 7:30 बजे रायपुर पहुंचेंगे। उनके स्वागत के लिए छत्तीसगढ़ में सुरक्षा और प्रशासनिक तैयारियों को अंतिम रूप दिया जा चुका है। अगले दिन, 5 अप्रैल को, वे सुबह 10:30 बजे रायपुर एयरपोर्ट से जगदलपुर के लिए उड़ान भरेंगे और 11:30 बजे जगदलपुर एयरपोर्ट पर उतरेंगे। वहां से वे सीधे दंतेवाड़ा जाएंगे।

दंतेवाड़ा में दौरा:
दंतेवाड़ा पहुंचने के बाद अमित शाह सबसे पहले पुलिस लाइन कार्ली का दौरा करेंगे और फिर मां दंतेश्वरी मंदिर में पूजा-अर्चना के लिए जाएंगे। दंतेश्वरी मंदिर बस्तर क्षेत्र की कुलदेवी मानी जाती हैं और इस मंदिर का धार्मिक एवं सांस्कृतिक महत्व अत्यधिक है। शाह यहां लगभग आधा घंटा पूजा-अर्चना में बिताएंगे, इसके बाद वे दंतेवाड़ा सर्किट हाउस जाएंगे।

बस्तर पंडुम महोत्सव में भागीदारी:
दोपहर 1:30 से 3:00 बजे तक, अमित शाह बस्तर पंडुम महोत्सव के समापन समारोह में भाग लेंगे। यह महोत्सव बस्तर की आदिवासी संस्कृति और परंपराओं को प्रदर्शित करता है और हर साल हजारों लोगों को आकर्षित करता है। इस समारोह में अमित शाह स्थानीय जनप्रतिनिधियों और समुदाय के नेताओं से मुलाकात करेंगे। बस्तर पंडुम समापन समारोह केवल एक सांस्कृतिक आयोजन नहीं है, बल्कि यह क्षेत्र में शांति और विकास के संदेश को भी बढ़ावा देता है।

रायपुर में उच्च स्तरीय बैठक:
बस्तर पंडुम महोत्सव के समापन के बाद अमित शाह शाम 5:00 बजे रायपुर लौटेंगे। वहां वे पुलिस और सहकारिता विभाग के अधिकारियों के साथ एक उच्च स्तरीय समीक्षा बैठक करेंगे। इस बैठक में छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ चल रहे अभियानों की प्रगति, कानून-व्यवस्था की स्थिति और सहकारिता क्षेत्र में केंद्र सरकार की योजनाओं के क्रियान्वयन पर चर्चा होगी। इस बैठक में नक्सलवाद को 31 मार्च 2026 तक समाप्त करने के लक्ष्य पर भी गंभीर चर्चा होने की संभावना है।

नक्सलवाद के खिलाफ रणनीति:
अमित शाह का यह दौरा छत्तीसगढ़ में नक्सलवाद के खिलाफ चल रही लड़ाई को और भी सशक्त बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है। हाल के वर्षों में बस्तर क्षेत्र में नक्सल विरोधी अभियानों में काफी सफलता मिली है। 2024 में 290 नक्सलियों को मारा गया था और 2025 में अब तक 130 से अधिक नक्सलियों का खात्मा किया जा चुका है।

अमित शाह की रणनीति में नक्सलियों को आत्मसमर्पण के लिए प्रोत्साहित करना, हिंसक गतिविधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना और नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में विकास कार्यों को बढ़ावा देना शामिल है। इस दौरे से उम्मीद जताई जा रही है कि नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षा व्यवस्था को और प्रभावी बनाया जाएगा।

सारांश:
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का यह दौरा न केवल छत्तीसगढ़ में सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत करने का एक कदम है, बल्कि यह नक्सलवाद के खिलाफ चल रही संघर्ष को भी नई दिशा देने की दिशा में एक अहम पहल साबित हो सकता है।

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