
नई दिल्ली: दिल्ली से श्रीनगर जा रही इंडिगो की उड़ान 6E2142 में उस वक्त अफरा-तफरी मच गई, जब अचानक हुई भीषण ओलावृष्टि और टर्बुलेंस (अशांति) ने विमान को हवा में बुरी तरह से झकझोर दिया। विमान में सवार 200 से अधिक यात्री, जिनमें बच्चे भी शामिल थे, डर और घबराहट में चीखने-चिल्लाने लगे। इस आपातकालीन स्थिति में, पायलट की सूझबूझ और कुशलता ने एक बड़े हादसे को टाल दिया, जिससे सभी यात्री सुरक्षित श्रीनगर में उतर सके। सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरों से पता चला है कि टर्बुलेंस के कारण विमान के आगे के हिस्से को काफी नुकसान पहुंचा था, जिससे इस बात का अंदाजा लगाया जा सकता है कि कैसे 200 से अधिक लोगों ने मौत को मात दी।
मौत के करीब का अनुभव: तृणमूल नेता सागरिका घोष
इस भयावह अनुभव को याद करते हुए, तृणमूल कांग्रेस की नेता सागरिका घोष ने बुधवार को बताया कि “यह मौत के करीब पहुंचने जैसा अनुभव था।” तृणमूल का पांच सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल, जिसमें डेरेक ओ’ब्रायन, नदीमुल हक, सागरिका घोष, मानस भुइयां और ममता ठाकुर शामिल थे, उसी विमान में सवार था। घोष ने पायलट की सराहना करते हुए कहा, “उस पायलट को सलाम जिसने हमें उस स्थिति से निकाला। जब हम उतरे तो हमने देखा कि विमान का अगला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया था।” यह बयान इस बात की पुष्टि करता है कि विमान को गंभीर नुकसान पहुंचा था।
इंडिगो का बयान और बचाव कार्य
इंडिगो एयरलाइन ने एक बयान जारी कर कहा कि दिल्ली से श्रीनगर जा रही इंडिगो की फ्लाइट 6E 2142 को रास्ते में अचानक ओलावृष्टि का सामना करना पड़ा। एयरलाइन ने पुष्टि की कि “फ्लाइट और केबिन क्रू ने प्रोटोकॉल का पालन किया और विमान सुरक्षित रूप से श्रीनगर में उतरा गया।” बयान में यह भी कहा गया है कि हवाई अड्डे की टीम ने विमान के आगमन के बाद ग्राहकों की देखभाल की और उनकी सुविधा को प्राथमिकता दी। एयरलाइन ने बताया कि आवश्यक निरीक्षण और रखरखाव के बाद ही विमान को आगे की उड़ानों के लिए भेजा जाएगा। हालांकि, एयरलाइन ने सीधे तौर पर किसी बड़े नुकसान की जानकारी नहीं दी, लेकिन सोशल मीडिया पर वायरल हुई तस्वीरों ने स्पष्ट कर दिया कि टर्बुलेंस के प्रभाव से विमान का अगला हिस्सा टूट गया था।
पायलट की असाधारण कुशलता की सराहना
इस घटना ने एक बार फिर विमानन सुरक्षा के महत्व और पायलटों की असाधारण कुशलता को उजागर किया है। जिस तरह से पायलट ने इस अत्यधिक तनावपूर्ण और खतरनाक स्थिति को संभाला और 200 से अधिक यात्रियों की जान बचाई, वह वास्तव में सराहनीय है। सोशल मीडिया पर और आम जनता के बीच भी पायलट की जमकर तारीफ हो रही है। यह घटना विमान यात्रा के दौरान अप्रत्याशित चुनौतियों का सामना करने के लिए पायलटों के गहन प्रशिक्षण और अनुभव के महत्व पर जोर देती है।