
मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय में एक विवाद उत्पन्न हो गया, जब परीक्षा के एक पेपर में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) की तुलना नक्सली और आतंकवादी संगठनों से की गई। यह मुद्दा सामने आने के बाद यूनिवर्सिटी प्रशासन तुरंत हरकत में आया और प्रोफेसर से स्पष्टीकरण मांगा।
परीक्षा के पेपर में कुछ प्रश्नों के जवाब में छात्र से RSS को नक्सली और आतंकवादी संगठनों के समान बताया गया था, जिसे लेकर छात्रों और स्थानीय समुदाय में तीव्र नाराजगी फैल गई। इस घटना ने विवाद को जन्म दिया और सोशल मीडिया पर भी इस मुद्दे को लेकर जमकर चर्चा होने लगी।
विवाद बढ़ते देख, प्रोफेसर ने माफी मांगते हुए कहा कि यह गलतफहमी का परिणाम था और उनका इरादा किसी भी संगठन की अवमानना करने का नहीं था। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इस सवाल में कोई राजनीतिक उद्देश्य नहीं था और उन्होंने इसे अनजाने में लिखा था।
यूनिवर्सिटी प्रशासन ने मामले की जांच शुरू कर दी है और प्रोफेसर के खिलाफ उचित कार्रवाई की बात की है। इस विवाद के बाद विश्वविद्यालय के शिक्षण और प्रशासनिक कार्यों पर ध्यान केंद्रित किया जा रहा है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं से बचा जा सके।