by-Ravindra Sikarwar
नई दिल्ली: राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में एक हृदयविदारक घटना सामने आई है, जहां उत्तरी दिल्ली नगर निगम (MCD) द्वारा संचालित एक पार्क में करंट लगने से 9 साल के एक मासूम बच्चे की दुखद मौत हो गई। इस घटना ने शहर भर के सार्वजनिक पार्कों में सुरक्षा व्यवस्था की गंभीर खामियों और रखरखाव में लापरवाही को लेकर चिंताएं बढ़ा दी हैं। यह दुर्घटना प्रशासन की जवाबदेही और बच्चों के लिए सुरक्षित मनोरंजक स्थलों की आवश्यकता पर तीखे सवाल खड़े करती है।
घटना का विवरण:
जानकारी के अनुसार, यह दुर्भाग्यपूर्ण घटना दक्षिण-पूर्वी दिल्ली के कालकाजी स्थित एमसीडी पार्क में हुई, जब 9 वर्षीय कालकाजी निवासी आर्यमन चौधरी अन्य बच्चों के साथ पार्क में खेल रहा था। बताया जा रहा है कि बच्चा खेलते समय पार्क में बिजली के खंभे से लगे बीएसईएस के खुले स्विचबोर्ड में गिरी गेंद को निकालने की कोशिश में बच्चे की करंट लगने से मौत हो गई। बच्चे के परिजनों और स्थानीय लोगों में इस घटना के बाद गहरा सदमा और आक्रोश है।
प्रशासनिक लापरवाही और सुरक्षा चिंताएं:
यह घटना दिल्ली के सार्वजनिक पार्कों में बिजली के तारों और उपकरणों के रखरखाव की दयनीय स्थिति को उजागर करती है। एमसीडी, जो इन पार्कों के प्रबंधन और रखरखाव के लिए जिम्मेदार है, पर अब लापरवाही के गंभीर आरोप लग रहे हैं। नागरिकों का कहना है कि पार्कों में बिजली के खंभे अक्सर असुरक्षित होते हैं, तार खुले पड़े रहते हैं, और पानी भरने के बाद भी बिजली की आपूर्ति बंद नहीं की जाती, जिससे बच्चों और आगंतुकों के लिए खतरा बढ़ जाता है।
सुरक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे स्थानों पर, जहां बच्चे खेलते हैं, बिजली के उपकरणों की नियमित और कड़ी सुरक्षा जांच अनिवार्य है। खुले तार, असुरक्षित बिजली के बक्से, और क्षतिग्रस्त प्रकाश व्यवस्था के खंभे गंभीर जोखिम पैदा करते हैं। इस तरह की दुर्घटनाएं स्पष्ट रूप से दर्शाती हैं कि सुरक्षा मानकों का पालन नहीं किया जा रहा है और रखरखाव पर पर्याप्त ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
पुलिस जांच और जवाबदेही की मांग:
घटना की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चे के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। परिजनों और स्थानीय निवासियों ने एमसीडी अधिकारियों और रखरखाव ठेकेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है। वे चाहते हैं कि इस घटना के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा मिले और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।
यह घटना दिल्ली में सार्वजनिक स्थानों, विशेषकर बच्चों के खेलने के स्थलों की सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा और उसे तत्काल मजबूत करने की आवश्यकता पर बल देती है। प्रशासन को यह सुनिश्चित करना होगा कि सभी पार्कों में बिजली के बुनियादी ढांचे की गहन जांच हो, सभी सुरक्षा प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन किया जाए, और ऐसी दुर्घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएं, ताकि हर बच्चा सुरक्षित वातावरण में खेल सके।