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by-Ravindra Sikarwar

भोपाल: मध्य प्रदेश में महिला और बाल अपराधों को लेकर एक चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। राज्य सरकार ने विधानसभा में दिए एक लिखित जवाब में बताया है कि पिछले 18 महीनों (1 जनवरी 2024 से 30 जून 2025) के दौरान प्रदेश से 21,174 महिलाएं और 1,954 बच्चियां लापता हुई हैं। यह जानकारी पूर्व गृह मंत्री बाला बच्चन द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में सामने आई है। इन कुल 23,128 गुमशुदा लोगों में से अधिकांश को पुलिस एक महीने से अधिक समय से तलाश रही है, लेकिन उनका अभी तक कोई सुराग नहीं मिल पाया है।

18 महीनों के आंकड़े और चिंताजनक स्थिति:
मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव की ओर से विधानसभा में पेश किए गए आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश में महिलाओं और बच्चों के अपराधों पर अंकुश लगाने के लिए सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद गुमशुदगी के आंकड़े बेहद चिंताजनक हैं। 1 जनवरी 2024 से 30 जून 2025 तक कुल 18,776 बच्चियां गायब हुई थीं, जिनमें से अधिकांश को बरामद कर लिया गया है। हालांकि, 1,967 बच्चियां अभी भी लापता हैं, जिन्हें एक महीने से अधिक समय से ढूंढा जा रहा है।

सर्वाधिक बालिकाएं लापता वाले जिले:
सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, कुछ जिलों में बच्चियों की गुमशुदगी के मामले विशेष रूप से अधिक हैं:

  • रतलाम: 178 बच्चियां लापता, जिनमें से 124 पिछले 7 महीनों से नहीं मिली हैं।
  • इंदौर: 150 से अधिक बच्चियां लापता, जिन्हें गायब हुए एक महीने या उससे अधिक समय हो गया है।
  • सागर: 124 बच्चियां एक महीने से अधिक समय से लापता हैं।
  • जबलपुर: 100 से अधिक बच्चियां एक महीने से अधिक समय से गुमशुदा हैं।
  • भोपाल: 69 बच्चियां एक महीने से लेकर 7 महीने तक के समय से गायब हैं।
  • सतना: 68 बच्चियां लापता हैं।

दुष्कर्म और यौन अपराधों की स्थिति:
पिछले 18 महीनों में बच्चियों के साथ 2,889 दुष्कर्म के मामले भी सामने आए हैं। इन मामलों में 283 आरोपी अभी तक पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं।

महिलाओं की गुमशुदगी के आंकड़े:
महिलाओं की गुमशुदगी के आंकड़े बच्चियों से भी अधिक चौंकाने वाले हैं। सरकार के लिखित जवाब में बताया गया है कि कुल 23,128 गुमशुदा लोगों में से 21,174 महिलाएं हैं, जबकि 1,954 बच्चियां हैं। इन महिलाओं को भी एक महीने या उससे अधिक समय से पुलिस तलाश रही है। जवाब से यह भी पता चला है कि महिलाओं की गुमशुदगी के मामलों में पुलिस द्वारा बहुत कम मामलों में ही प्राथमिकी (FIR) दर्ज की जाती है।

जिन मामलों में प्राथमिकी दर्ज की गई है, उनमें भी 76 आरोपी फरार हैं। इसी तरह, बच्चियों की गुमशुदगी के मामलों में 254 आरोपियों की पुलिस को तलाश है।

कांग्रेस विधायक का सवाल:
कांग्रेस विधायक बाला बच्चन ने विधानसभा में सवाल पूछा था कि 1 जनवरी 2024 से 30 जून 2025 के दौरान प्रदेश में महिलाओं, कन्याओं की गुमशुदगी, दुष्कर्म और यौन अपराधों के कितने मामले दर्ज हुए हैं, इसकी जिलेवार और वर्षवार जानकारी दी जाए। साथ ही, ऐसे मामलों में कितने आरोपियों की गिरफ्तारी हुई और कितने फरार हैं।

ये आंकड़े मध्य प्रदेश में महिला और बाल सुरक्षा की स्थिति पर गंभीर सवाल खड़े करते हैं और पुलिस तथा प्रशासन के लिए एक बड़ी चुनौती पेश करते हैं।

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