by-Ravindra Sikarwar
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज, शुक्रवार को भारतीय राजनीति में एक नया अध्याय लिख दिया है। उन्होंने अपने पद पर लगातार 4,078 दिन पूरे कर लिए हैं, और इसी के साथ वह भारत के इतिहास में दूसरे सबसे लंबे समय तक सेवा करने वाले प्रधानमंत्री बन गए हैं। यह एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है जो उनके राजनीतिक करियर में उनकी दृढ़ता और प्रभाव को दर्शाता है।
इंदिरा गांधी का रिकॉर्ड तोड़ा:
प्रधानमंत्री मोदी ने इस उपलब्धि के साथ पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के 4,077 दिनों के लगातार कार्यकाल को पीछे छोड़ दिया है। इंदिरा गांधी का यह कार्यकाल 24 जनवरी 1966 से 24 मार्च 1977 तक चला था, जो अपने आप में एक लंबा और ऐतिहासिक दौर रहा था। मोदी का यह कदम उन्हें भारत के प्रधानमंत्रियों की सूची में एक विशिष्ट स्थान पर ले आता है।
सबसे लंबे कार्यकाल का रिकॉर्ड और ‘आजादी के बाद जन्मे पहले पीएम’:
हालांकि, जवाहरलाल नेहरू, जो भारत के पहले प्रधानमंत्री थे, अभी भी सबसे लंबे अखंड कार्यकाल का रिकॉर्ड रखते हैं। उनका कार्यकाल स्वतंत्र भारत के प्रारंभिक वर्षों में स्थिरता और विकास का प्रतीक रहा।
नरेंद्र मोदी की उम्र 74 साल है और वह एक और महत्वपूर्ण कारण से भी खास हैं: वह आजादी के बाद जन्मे पहले और एकमात्र प्रधानमंत्री हैं। यह तथ्य उनकी पीढ़ी और भारत की स्वतंत्रता के बाद की राजनीति के बीच एक अनूठा संबंध स्थापित करता है।
तीसरी बार शपथ और भविष्य की राह:
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता प्रधानमंत्री मोदी ने पिछले साल जून में लगातार तीसरी बार प्रधान मंत्री पद की शपथ ली थी, जब उन्होंने पहली बार 26 मई 2014 को कार्यभार संभाला था। उनका यह तीसरा कार्यकाल भारत को वैश्विक मंच पर और घरेलू मोर्चे पर एक नई दिशा देने का प्रयास कर रहा है।
यह उपलब्धि न केवल प्रधानमंत्री मोदी के व्यक्तिगत राजनीतिक करियर की एक अहम कड़ी है, बल्कि यह भारतीय लोकतंत्र की स्थिरता और नेताओं के लंबे कार्यकाल की क्षमता को भी दर्शाती है।