by-Ravindra Sikarwar
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज, 28 मई 2025 से चार भारतीय राज्यों – सिक्किम, पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश – के दो दिवसीय दौरे पर रवाना हो रहे हैं। इस दौरे का मुख्य उद्देश्य इन राज्यों में विभिन्न विकास परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करना है, जो बुनियादी ढांचे, ऊर्जा और कनेक्टिविटी को मजबूत करने पर केंद्रित होंगी।
दौरे का एजेंडा और उद्देश्य:
प्रधानमंत्री का यह दौरा देश के विभिन्न भौगोलिक क्षेत्रों में विकास की गति को तेज करने की सरकार की प्रतिबद्धता को दर्शाता है। इन परियोजनाओं का लक्ष्य न केवल संबंधित राज्यों में आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है, बल्कि नागरिकों के जीवन स्तर में सुधार लाना और क्षेत्रीय संपर्क को भी मजबूत करना है।
सिक्किम से शुरुआत:
प्रधानमंत्री अपने दो दिवसीय दौरे की शुरुआत सिक्किम से करेंगे। यहां वे “सिक्किम@50: जहां प्रगति उद्देश्य और प्रकृति पोषण से मिलती है” कार्यक्रम में भाग लेंगे। सिक्किम में, प्रधानमंत्री कई महत्वपूर्ण विकास परियोजनाओं का शिलान्यास और उद्घाटन करेंगे। इनमें नामची जिले में 750 करोड़ रुपये से अधिक की लागत से बनने वाला 500 बिस्तरों वाला नया जिला अस्पताल, ग्यालशिंग जिले के पेलिंग में सांगचोएलिंग में यात्री रोपवे, और गंगटोक जिले के सांगखोला में अटल अमृत उद्यान में भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी की प्रतिमा शामिल हैं। ये परियोजनाएं राज्य में स्वास्थ्य सुविधाओं, पर्यटन और स्थानीय बुनियादी ढांचे को बढ़ावा देंगी।
पश्चिम बंगाल और अन्य राज्यों में परियोजनाएं:
सिक्किम के बाद, प्रधानमंत्री पश्चिम बंगाल, बिहार और उत्तर प्रदेश का दौरा करेंगे। पश्चिम बंगाल में, अलीपुरद्वार और कूचबिहार जिलों में 1010 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली सिटी गैस डिस्ट्रीब्यूशन (CGD) परियोजना का विशेष उल्लेख किया गया है। इस परियोजना का उद्देश्य 2.5 लाख से अधिक घरों, 100 से अधिक वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों और उद्योगों को पाइप से प्राकृतिक गैस (PNG) उपलब्ध कराना है। इसके अतिरिक्त, लगभग 19 CNG स्टेशन स्थापित करके वाहनों के लिए संपीड़ित प्राकृतिक गैस (CNG) की आपूर्ति भी की जाएगी, जिससे स्वच्छ ऊर्जा के उपयोग को बढ़ावा मिलेगा और प्रदूषण कम होगा।
बिहार और उत्तर प्रदेश में भी प्रधानमंत्री विभिन्न बुनियादी ढांचा, ऊर्जा और कनेक्टिविटी से संबंधित परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास करेंगे। इन परियोजनाओं में सड़क निर्माण, बिजली उत्पादन और वितरण, और डिजिटल कनेक्टिविटी से जुड़ी पहलें शामिल हो सकती हैं, जो इन राज्यों की विकास यात्रा में मील का पत्थर साबित होंगी।
समग्र प्रभाव:
प्रधानमंत्री का यह बहु-राज्यीय दौरा केंद्र सरकार की ‘सबका साथ, सबका विकास’ की नीति को दर्शाता है। इन परियोजनाओं के माध्यम से, सरकार का लक्ष्य न केवल रोजगार के अवसर पैदा करना है, बल्कि दूरदराज के क्षेत्रों तक विकास के लाभ पहुंचाना और देश के विभिन्न हिस्सों के बीच बेहतर तालमेल स्थापित करना भी है। यह दौरा राज्यों के साथ मिलकर काम करने और देश के समग्र विकास को सुनिश्चित करने की केंद्र की प्रतिबद्धता को भी रेखांकित करता है।