
नई दिल्ली: कांग्रेस सांसद शशि थरूर को केंद्र सरकार ने एक महत्वपूर्ण राष्ट्रीय मिशन का हिस्सा बनाया है। हाल के दिनों में केंद्र सरकार के साथ उनके बढ़ते सहयोग को देखते हुए, थरूर अब एक अंतरराष्ट्रीय दौरे पर भारत का पक्ष मजबूती से रखते हुए दिखाई देंगे। दरअसल, पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद को वैश्विक मंचों पर उजागर करने के लिए सरकार ने सांसदों का एक विशेष प्रतिनिधिमंडल गठित किया है, जिसमें शशि थरूर को भी शामिल किया गया है। इस प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस के अन्य सांसदों के साथ-साथ भाजपा, जदयू, तृणमूल कांग्रेस सहित कई अन्य दलों के प्रतिनिधि भी विदेश यात्रा पर जाएंगे।
ऑपरेशन सिंदूर के संदर्भ में भारत की रणनीतिक स्थिति को अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर मजबूती से प्रस्तुत करने के लिए सरकार ने एक सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल को विदेश भेजने का निर्णय लिया है। इस प्रतिनिधिमंडल में सत्ता पक्ष के साथ-साथ विपक्ष के अनुभवी और कुशल सांसदों को भी शामिल किया जाएगा। उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ने भी इस पहल में शामिल होने की सहमति जताई है, जिससे यह प्रतिनिधिमंडल और भी प्रभावी बन गया है। हालांकि, इस संबंध में अभी तक सरकार की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
प्रतिनिधिमंडल में शामिल होंगे विभिन्न दलों के सांसद:
विदेश मंत्रालय से प्राप्त जानकारी के अनुसार, इस सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल में भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, तृणमूल कांग्रेस, द्रमुक, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट), जनता दल (यूनाइटेड), बीजू जनता दल, माकपा सहित कुछ अन्य दलों के सांसदों को शामिल किया जाएगा। ये सांसद विभिन्न देशों का दौरा करके अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर पाकिस्तान समर्थित आतंकवाद और ऑपरेशन सिंदूर पर भारत की स्थिति को मजबूती से रखेंगे।
अमेरिका और ब्रिटेन दौरे पर जाएंगे शशि थरूर:
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, कांग्रेस सांसद शशि थरूर को ऑपरेशन सिंदूर पर भारत का पक्ष रखने के लिए अमेरिका और ब्रिटेन भेजा जाएगा। उनके साथ इस प्रतिनिधिमंडल में छह अन्य सांसद भी शामिल होंगे। जनता दल (यूनाइटेड) की ओर से संजय झा के नाम की चर्चा है। यह प्रतिनिधिमंडल 22 मई को अपने दौरे के लिए रवाना होगा। इसी प्रकार, अन्य सांसदों के अलग-अलग प्रतिनिधिमंडल विभिन्न देशों का दौरा करेंगे और वैश्विक मंच पर भारत की रणनीतिक स्थिति को मजबूती से प्रस्तुत करेंगे।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता होंगे अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा:
कांग्रेस पार्टी ने पुष्टि की है कि वह इस बहुदलीय प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा बनेगी, जो विदेशों में जाकर पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद पर भारत का पक्ष मजबूती से रखेगा। इस प्रतिनिधिमंडल में कांग्रेस की ओर से शशि थरूर, मनीष तिवारी, अमर सिंह और सलमान खुर्शीद जैसे वरिष्ठ और अनुभवी सांसदों को भेजे जाने की संभावना है। इन नेताओं की उपस्थिति से प्रतिनिधिमंडल की बात अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर और भी प्रभावी हो सकती है।
विपक्षी दलों के वरिष्ठ नेता भी बन सकते हैं प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा:
सूत्रों के अनुसार, सरकार विभिन्न दलों के अनुभवी और प्रभावशाली सांसदों को भी इस अंतर्राष्ट्रीय प्रतिनिधिमंडल में शामिल करने की योजना बना रही है। तृणमूल कांग्रेस से सुदीप बंदोपाध्याय, जनता दल (यूनाइटेड) से संजय झा, बीजू जनता दल से सस्मित पात्रा, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) से सुप्रिया सुले, द्रमुक से कनिमोझी, माकपा से जॉन ब्रिटास और एआईएमआईएम से असदुद्दीन ओवैसी को प्रतिनिधिमंडल में शामिल होने के लिए कहा गया है। हालांकि, इस संबंध में अभी तक सरकार की ओर से कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
यह प्रतिनिधिमंडल अंतर्राष्ट्रीय मंचों पर भारत की स्थिति को मजबूती से प्रस्तुत करने और पाकिस्तान द्वारा प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक समर्थन जुटाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।