
अशोक नगर में एक अत्यंत दुखद घटना सामने आई है, जहाँ सूदखोरों से बुरी तरह परेशान दो सगे सराफा व्यापारी भाइयों ने चलती ट्रेन के सामने कूदकर आत्महत्या कर ली। यह हृदयविदारक घटना अशोक नगर से बीना की ओर जा रही एक मालगाड़ी के सामने माता मंदिर के पास देहात थाना क्षेत्र में दोपहर लगभग 1:30 बजे घटी।
मृतकों की पहचान बौहरे कॉलोनी निवासी रामेश्वर सोनी, जिनकी उम्र 38 वर्ष थी, और उनके बड़े भाई बंटी सोनी, जिनकी उम्र 40 वर्ष थी, के रूप में हुई है। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, दोनों भाइयों ने एक दूसरे के गले में हाथ डाला और फिर एक साथ ट्रेन के सामने छलांग लगा दी। ट्रेन की टक्कर इतनी भीषण थी कि रामेश्वर सोनी का शरीर तीन टुकड़ों में बंट गया, जबकि बंटी सोनी का शरीर भी बुरी तरह क्षत-विक्षत हो गया।
घटनास्थल से सुसाइड नोट बरामद:
पुलिस को घटनास्थल से एक सुसाइड नोट भी मिला है, जिसमें दोनों भाइयों ने अपनी आत्महत्या का कारण कर्ज से अत्यधिक परेशान होना बताया है। सुसाइड नोट में उन्होंने विस्तार से अपनी व्यथा लिखी है।
सुसाइड नोट में लिखी दर्दनाक कहानी:
सुसाइड नोट में रामेश्वर सोनी ने होशोहवास में लिखा है कि उन्होंने और उनके भाई ने जिन लोगों से कर्ज लिया था, उसे उन्होंने अपनी जमीन बेचकर पूरी तरह चुका दिया था। इसके बावजूद, कुछ सूदखोरों ने उन्हें अपने दिए हुए चेक वापस नहीं किए और अब वे उन चेक को बैंक में लगाकर उन्हें और परेशान करने तथा उनसे लड़ाई करने की धमकियाँ दे रहे थे।
सुसाइड नोट में यह भी स्पष्ट किया गया है कि उनके अन्य दो भाइयों का इस मामले से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने अपने मकान और दोनों दुकानों को महेश और विनोद सोनी की संपत्ति बताया। अंत में उन्होंने अपनी निराशा व्यक्त करते हुए लिखा कि अब उनके पास कुछ भी नहीं बचा है और वे अपनी मर्जी से आत्महत्या कर रहे हैं। उन्होंने प्रशासन से उनके परिवार की रक्षा करने का निवेदन किया और अपनी आखिरी बात में लिखा, “जो कर्जा लिया हमने, सबको दे दिया। फिर भी परेशान करते हैं, इसलिए हम दोनों जा रहे हैं, हमें माफ करना।” सुसाइड नोट पर नंद किशोर और रामेश्वर के हस्ताक्षर हैं।
पुलिस की कार्रवाई:
घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और आवश्यक कार्रवाई शुरू कर दी है। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और बरामद हुए सुसाइड नोट की गहन जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि वे सभी पहलुओं से मामले की पड़ताल करेंगे।
यह दुखद घटना अशोक नगर में सूदखोरी के बढ़ते जाल और उससे परेशान लोगों की बेबसी को उजागर करती है। दो हंसते-खेलते भाइयों का इस तरह से अपनी जान दे देना पूरे क्षेत्र में शोक की लहर पैदा कर गया है। प्रशासन पर अब यह जिम्मेदारी है कि वह इस मामले की निष्पक्ष जांच करे और सूदखोरों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई सुनिश्चित करे, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोका जा सके।