
इस्लामाबाद/नई दिल्ली: पाकिस्तान की राजधानी इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के आवास से लगभग 20 किलोमीटर दूर एक जोरदार धमाका होने की खबर सामने आई है। इस घटना ने इलाके में दहशत और अफरा-तफरी का माहौल पैदा कर दिया है। यह धमाका ऐसे समय में हुआ है जब भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव चरम पर है। हालांकि, अभी तक इस धमाके की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन स्थानीय मीडिया रिपोर्ट्स में धमाके की तीव्रता और इसके कारण होने वाली भगदड़ का जिक्र किया गया है।
भारत की जवाबी कार्रवाई
यह धमाका भारत द्वारा पाकिस्तान के हवाई हमलों के जवाब में की गई कड़ी कार्रवाई के बाद हुआ है। भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर 2.0 के तहत पाकिस्तान के एयर डिफेंस सिस्टम और कई मिसाइल ठिकानों को सफलतापूर्वक निशाना बनाया है। इस कार्रवाई में पाकिस्तान के हाई-टेक फाइटर जेट F-16 और JF-17 को भी मार गिराया गया है।
पाकिस्तानी पायलटों की गिरफ्तारी
भारतीय सेना ने ऑपरेशन के दौरान दो पाकिस्तानी पायलटों को हिरासत में लिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, एक पायलट जम्मू-कश्मीर से और दूसरा जैसलमेर से पकड़ा गया है। फिलहाल, भारतीय अधिकारी उनसे गहन पूछताछ कर रहे हैं। हालांकि, उनकी पहचान अभी सार्वजनिक नहीं की गई है, लेकिन माना जा रहा है कि वे पाकिस्तानी वायुसेना के वरिष्ठ अधिकारी हो सकते हैं।
भारत का जवाबी हवाई हमला
पाकिस्तान के हवाई हमलों के बाद, भारत ने भी जवाबी कार्रवाई करते हुए लाहौर और सियालकोट में हवाई हमले किए हैं। इससे पहले, पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर, पंजाब और राजस्थान के कई इलाकों में मिसाइलों और ड्रोन से हमले किए थे, जिन्हें भारतीय वायु रक्षा प्रणाली ने नाकाम कर दिया था।
S-400 की भूमिका
भारत की S-400 वायु रक्षा प्रणाली ने पाकिस्तान की 8 मिसाइलों को मार गिराने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। इसके अलावा, भारतीय लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान के तीन फाइटर जेट, जिनमें दो JF-17 और एक F-16 शामिल हैं, को भी नष्ट कर दिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार, राजस्थान से भारतीय लड़ाकू विमानों ने पाकिस्तान के खिलाफ उड़ान भरी और तीन मिसाइलें दागीं।
इस्लामाबाद धमाके का महत्व
इस्लामाबाद में प्रधानमंत्री आवास के पास हुआ धमाका इस क्षेत्र में बढ़ते तनाव को दर्शाता है। यह घटना पाकिस्तान के भीतर सुरक्षा स्थिति को लेकर गंभीर सवाल खड़े करती है। इस धमाके के पीछे के कारणों और इसके प्रभावों की जांच की जा रही है।
अंतर्राष्ट्रीय प्रतिक्रिया
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को लेकर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय भी चिंतित है। अमेरिका ने इस मामले में तटस्थ रहने की बात कही है, जबकि अन्य देशों ने दोनों पक्षों से संयम बरतने की अपील की है।
इस घटनाक्रम के बाद, क्षेत्र में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है और स्थिति पर कड़ी नजर रखी जा रही है।