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नई दिल्ली: राष्ट्रीय सुरक्षा एजेंसी (NIA) द्वारा वांछित गैंगस्टर हैप्पी पासिया, जिसे हाल ही में संयुक्त राज्य अमेरिका में गिरफ्तार किया गया है, के संबंध में एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है। संघीय जांच ब्यूरो (FBI) ने एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए पुष्टि की है कि पासिया के संबंध दो अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संगठनों के साथ पाए गए हैं। हालांकि FBI ने सुरक्षा कारणों से इन संगठनों के नामों का खुलासा नहीं किया है, लेकिन इस खुलासे ने भारतीय और अमेरिकी सुरक्षा एजेंसियों के बीच हड़कंप मचा दिया है।

NIA लंबे समय से हैप्पी पासिया की तलाश कर रही थी, जो भारत में हत्या, जबरन वसूली और हथियारों की तस्करी जैसे कई गंभीर आपराधिक मामलों में वांछित है। पासिया कथित तौर पर एक संगठित आपराधिक गिरोह का सरगना है और उसके नेटवर्क भारत के कई राज्यों तक फैले हुए हैं। NIA ने उस पर भारी इनाम भी घोषित किया था।

FBI के बयान के अनुसार, अमेरिका में पासिया की गिरफ्तारी एक खुफिया सूचना के आधार पर की गई थी, जिसमें उसके संभावित आतंकवादी संबंधों का जिक्र था। प्रारंभिक जांच में पता चला है कि पासिया न केवल आपराधिक गतिविधियों में शामिल था, बल्कि उसने इन आतंकवादी संगठनों के सदस्यों के साथ संपर्क भी स्थापित किए थे। FBI फिलहाल यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि पासिया की इन संगठनों में क्या भूमिका थी, क्या वह उन्हें किसी प्रकार की सहायता प्रदान कर रहा था या वह स्वयं किसी आतंकी साजिश में शामिल था।

इस घटनाक्रम पर प्रतिक्रिया देते हुए, NIA के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, “यह एक गंभीर मामला है और हम अमेरिकी एजेंसियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। हैप्पी पासिया केवल एक गैंगस्टर नहीं है, बल्कि अब उसके अंतरराष्ट्रीय आतंकवादी संबंधों के भी संकेत मिले हैं। हम उसे जल्द से जल्द भारत लाने के लिए हर संभव प्रयास करेंगे ताकि उससे पूछताछ की जा सके और उसके पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश किया जा सके।”

सूत्रों के अनुसार, अमेरिकी एजेंसियां पासिया से गहन पूछताछ कर रही हैं और उसके इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों और वित्तीय लेनदेन की जांच कर रही हैं ताकि उसके आतंकवादी संबंधों की गहराई और सीमा का पता लगाया जा सके। इस मामले में कुछ और गिरफ्तारियां भी हो सकती हैं।

यह खुलासा भारत और अमेरिका के बीच आतंकवाद और संगठित अपराध के खिलाफ सहयोग को और मजबूत करने की आवश्यकता को दर्शाता है। दोनों देश पहले से ही खुफिया जानकारी साझा करने और अपराधियों के प्रत्यर्पण के मामलों में मिलकर काम कर रहे हैं। हैप्पी पासिया का मामला इस सहयोग का एक महत्वपूर्ण उदाहरण बन सकता है।

विशेषज्ञों का मानना है कि यह घटनाक्रम भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक चेतावनी है कि संगठित अपराध और आतंकवाद के बीच सांठगांठ की संभावना को कभी भी कम नहीं आंका जाना चाहिए। यह भी जरूरी है कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वांछित अपराधियों की गिरफ्तारी और प्रत्यर्पण के लिए और अधिक प्रभावी तंत्र विकसित किए जाएं।

फिलहाल, हैप्पी पासिया अमेरिकी हिरासत में है और उसके प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू होने की उम्मीद है। भारतीय एजेंसियां इस मामले में हर पहलू पर बारीकी से नजर रख रही हैं और अमेरिकी एजेंसियों से लगातार संपर्क में हैं ताकि जांच में हर संभव सहायता प्रदान की जा सके और सच्चाई सामने लाई जा सके।

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