
राजस्थान के सीकर जिले में सक्रिय अपराधी मनोज महला, जो आरके 0056 गैंग के सदस्य हैं, को पुलिस ने आखिरकार गिरफ्तार कर लिया है। मनोज महला पर 10 हजार रुपये का इनाम घोषित था, और वह हत्या के प्रयास सहित कई गंभीर अपराधों में शामिल रहा है। गिरफ्तारी के समय उसके पास से एक स्कॉर्पियो कार भी बरामद हुई।
मनोज महला पिछले साढ़े चार महीने से फरार था और विभिन्न राज्यों में छिपकर रह रहा था। इस दौरान वह चोरी-छिपे अपने पैतृक गांव बलरिया भी आता-जाता रहा, लेकिन पुलिस ने उसे पकड़ने के लिए कोई ठोस कदम नहीं उठाए। यह लापरवाही सीकर पुलिस के लिए शर्मिंदगी का कारण बनी है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, मनोज महला और उसके गैंग के सदस्य सीकर जिले के विभिन्न गांवों में गरीब और शोषित परिवारों को चिन्हित कर उन्हें सस्ती जमीनें खरीदने के लिए दबाव डालते हैं। इसके बाद, ये बदमाश उन जमीनों पर कब्जा कर लेते हैं और फिर उन्हें ऊंचे दामों पर बेचते हैं। इस तरह के अपराधों से क्षेत्र में भय और असुरक्षा का माहौल बना हुआ है।
सीकर पुलिस की इस लापरवाही के कारण न केवल अपराधियों के हौसले बुलंद हुए, बल्कि आम जनता में भी पुलिस की कार्यक्षमता को लेकर सवाल उठने लगे हैं। अब देखना यह है कि पुलिस प्रशासन इस मामले में क्या कार्रवाई करता है और भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए क्या कदम उठाता है।