ग्वालियर: मध्य प्रदेश के ग्वालियर जिले में एक नौ साल के बच्चे को तेंदुए ने घर के आंगन में खेलते समय जबरदस्त हमला कर दिया। इस दौरान बच्चे की मां ने बेहद साहसिक कदम उठाते हुए तेंदुए से लड़कर अपने बेटे को उसके चंगुल से बचाया।
बच्चे को अस्पताल में भर्ती कराया गया
हमले में गंभीर रूप से घायल हुए बच्चे को तुरंत विजयपुर अस्पताल ले जाया गया, जहां से उसे गंभीर हालत के कारण ग्वालियर के सुपर स्पेशलिटी अस्पताल रेफर किया गया। डॉक्टरों ने बच्चे का ढाई घंटे तक ऑपरेशन किया और उसके चेहरे और सिर पर 120 टांके लगाए। मेडिकल टीम ने बताया कि बच्चे की हालत स्थिर है, लेकिन उसे 48 घंटे तक निगरानी में रखा जाएगा।

हादसे का विवरण
घटना ग्वालियर के विजयपुर तहसील के उमरिकला गांव में हुई। बच्चे का नाम अविनाश ढक्कद है। बताया जाता है कि अविनाश अपने घर की चारदीवारी के पास खेल रहा था कि अचानक तेंदुआ वहां आ धमका और उसके चेहरे और गर्दन पर हमला कर दिया। बच्चे की चीख सुनकर उसकी मां सुरक्षा ढक्कद मौके पर पहुंची और तेंदुए से लड़कर अपने बेटे को बचाने में कामयाब रही।
सुरक्षा ने बताया कि वह तेंदुए से करीब सात मिनट तक लड़ी और अपने बेटे को उसके चंगुल से छुड़ाया। हालांकि, इस दौरान अविनाश के चेहरे और सिर पर 14 गहरे घाव आए।
तेंदुए या चीता?
इस घटना के बाद एक बहस छिड़ गई कि हमला करने वाला जानवर तेंदुआ था या चीता। अविनाश की मां का कहना है कि यह एक चीता था, जिसके चेहरे पर अलग निशान थे और शरीर लचीला था। हालांकि, वन विभाग ने इस दावे को खारिज करते हुए स्पष्ट किया कि हमलावर जानवर एक तेंदुआ था, क्योंकि चीते इतने आक्रामक नहीं होते।
गांव में दहशत
यह गांव कूनो नेशनल पार्क से महज सात किलोमीटर दूर स्थित है। इस घटना के बाद गांव में दहशत का माहौल है, और ग्रामीणों को डर है कि ऐसे हमले फिर से हो सकते हैं।