नई दिल्ली: रेलवे टेंडर घोटाले से जुड़े भ्रष्टाचार के मामले में राऊज एवेन्यू कोर्ट में 10 मार्च, सोमवार को सुनवाई होगी। इस दौरान लालू प्रसाद यादव, उनकी पत्नी राबड़ी देवी और बेटे तेजस्वी यादव को कोर्ट में पेश होना होगा। यदि व्यक्तिगत रूप से उपस्थिति संभव नहीं होती, तो वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से पेशी होगी।
सीबीआई का दावा – पर्याप्त सबूत मौजूद
पिछली सुनवाई के दौरान केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने कोर्ट को बताया था कि उनके पास लालू यादव सहित अन्य आरोपियों के खिलाफ मुकदमा चलाने के लिए पर्याप्त प्रमाण हैं। जांच एजेंसी ने इस घोटाले से जुड़े दस्तावेज कोर्ट को सौंप दिए हैं।
क्या है रेलवे टेंडर घोटाला?
यह मामला रेलवे में नौकरी के बदले जमीन लेने से जुड़े भ्रष्टाचार से जुड़ा है। जब यूपीए-1 सरकार (2004-2009) के दौरान लालू प्रसाद यादव रेल मंत्री थे, तब उन्होंने रेलवे के विभिन्न जोनों में ग्रुप ‘D’ पदों पर नियुक्तियों के बदले अपने परिवार के नाम पर जमीन-जायदाद का हस्तांतरण कराया था।
सीबीआई का आरोप है कि रेल मंत्री रहते हुए लालू यादव ने इस घोटाले को अंजाम दिया, जिससे उनके परिवार को आर्थिक लाभ मिला। इस मामले में बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव और अन्य लोगों को भी आरोपी बनाया गया है।
आगे की प्रक्रिया क्या होगी?
सोमवार को अदालत में आरोप तय करने को लेकर गहन बहस होगी। यदि कोर्ट आरोप तय करने के पक्ष में फैसला सुनाती है, तो आरोपियों के खिलाफ ट्रायल की प्रक्रिया शुरू होगी।
इस मामले में आगे क्या होगा, यह कोर्ट की सुनवाई के बाद स्पष्ट होगा।