ग्वालियर में एक ट्रांसपोर्टर कारोबारी को पति पत्नी सहित तीन ठगों ने बीएसएफ कैंटीन सप्लाई में पार्टनर बनाने के नाम पर 47 लाख रुपए ठग लिए। घटना हजीरा थाना क्षेत्र के मां वैष्णोपुरम की है। ठगी का पता उस समय चला जब काफी पैसा इंवेस्ट करने के बाद ना तो उसे पार्टनर बनाया और ना ही पेमेंट दिया पीडि़त उनके चक्कर लगाने लगा और जब पैसे वापस नहीं मिला तो पुलिस से शिकायत की। वही पुलिस ने उसकी शिकायत पर ठगी का मामला दर्ज कर किया है।
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कैटीन में सप्लाई का ठेका में पार्टनरशिप का दिया था झांसा
पुलिस ने किया धोखाधड़ी का मामला दर्ज
कैटीन में सप्लाई का ठेका में पार्टनरशिप का दिया था झांसा
दरअसल हजीरा थाना क्षेत्र के मां वैष्णोपुरम कॉलोनी में रहने वाले 52 साल के हरिओम शर्मा ट्रांसपोर्टर कारोबारी है और वह अजय ट्रांसपोर्ट के नाम से कंपनी चलाते है। वर्ष 2021 में रामानुज नगर में रहने वाले पुनीत अग्रवाल अपनी पत्नी रिचा अग्रवाल और साथी रामप्रकाश तोमर के साथ हरिओम शर्मा के घर पर पहुंचे और उन्हें बताया कि बीएसएफ कैटीन में सप्लाई का ठेका मिला है और अगर वह चाहें तो उनके साथ पार्टनर बन सकते और वहां उसमें उन्हें दस प्रतिशत की साझेदारी देंगे। इसके साथ ही उन्होंने कैंटीन की सप्लाई का टेण्डर दिखाया। काम अच्छा होने के चलते वह पार्टनर बनने तैयार हो गए और शुरूआत में छोटा इंवेस्ट किया और उन्हें उसका मुनाफा समय पर मिल गया तो हरिओम शर्मा को उन पर विश्वास हो गया और उन्होंने अपनी जमीन तथा कुछ प्रॉपर्टी बेचकर 46 लाख 51 हजार 500 रुपए इंवेस्ट कर दिया। वहां प्रॉफिट का इंतजार करने लगे। लेकिन काफी समय बीतने के बाद भी पैसे वापस नहीं आए तो वह उनसे मिलने के लिए पहुंचे तो उन्होंने बताया कि अफसर बदल गया है।
पुलिस ने किया धोखाधड़ी का मामला दर्ज
इसलिए उन्हें पेमेंट देने में टाइम लग रहा है और इसके बाद जब भी वह पेमेंट लेने के लिए जाते तो कोई ना कोई नया बहाना बनाकर टरका देते थे। जिसके बाद फरियादी हरिओम बीएसएफ कार्यालय पहुंचा और मामले की जानकारी ली तो पता चला कि जिस फर्म की वह जानकारी ले रहे है उसका यहां पर कोई टेण्डर नहीं है। जब उसने ठगों द्वारा दिखाए दस्तावेज बताए तो पता चला कि वह फर्जी है। इस बात का पता चलते ही फरियादी थाने पहुंचा और शिकायत की। वही पुलिस ने उसकी शिकायत पर पति.पत्नी सहित तीन नौ लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।