जबलपुर: मध्यप्रदेश से एक रौचक मामला आया है, इस मामले को जानकार आप सोचने पर मजबूर हो जाएंगे कि यह मजबूरी है, या पागलपन या और कुछ। दरअसल जबलपुर स्टेशन पर पुणे-दानापुर एक्सप्रेस पहुंचती है। इसी दौरान रेलवेकर्मी मेंटनेस को लेकर ट्रेन को चेक करते है, खासकर नीचे पहीए की तरफ, दरअसल रेलवे कर्मियों की मंशा रहती है कि यह सुनिश्चित हो जाए कि कहीं पहियां या ब्रेक में कोई खराबी तो नहीं आई है। यह उनका रूटिन कार्य होता है। जब जबलपुर रेलवे स्टेशन पर पुणे-दीनापुर एक्सप्रेस रूकती है और रेलवेकर्मी अपना रूटिन कार्य करते है तभी उन्हें कुछ ऐसा दिखता है, जिस पर विश्वास करना मुश्किल है। दरअसल रेलवेकर्मी देखते है कि ट्रेन के एसी कोच के पहियों के बीच में खाली जगह पर एक व्यक्ति फंसा हुआ है। रेलवेकर्मी तुरंत वायलेस से मैसेज करते है और ट्रेन के चालक और अन्य स्टाफ को सूचित करते है। फिर उस व्यक्ति को निकाला जाता है, लेकिन व्यक्ति काफी डरा हुआ था बड़ी देर बाद जब व्यक्ति बाहर आता है तो रेलवे पुलिस उसे अपने साथ ले जाती है, जहां उससे पूछताछ होती है। पूछताछ में व्यक्ति ने ऐसा कुछ बताया जिससे लोगों को सोचने के लिए मजबूर होना पड़ा।
टिकट के पैसे नहीं थे इसलिए पहियों के बीच करा सफर
पुलिस की पूछताछ में व्यक्ति ने कहा कि उसके पास टिकट खरीदने के लिए पैसे नहीं थे, इसलिए उसने यह रास्ता अपनाया था। यह तो गनीमत रही की समय रहते व्यक्ति रेलवेकर्मियों की नजर में आ गया, नहीं तो हादसा भी हो सकता था। फिलहाल युवक पूरी तरह स्वस्थ्य है। इस मामले को लेकर रेलवे विभाग में भी चर्चा का दौर बना हुआ है।
250 किलोमीटर की यात्रा की
रेल टिकट क्रय करने के रुपये नहीं होने पर वह ट्रेन के नीचे पहिए के पास बैठा और लगभग 250 किलोमीटर की यात्रा किया। पुणे.दानापुर ट्रेन के एस.फोर कोच के नीचे पहिए के पास बैठकर इटारसी से जबलपुर पहुंच गया। जबलपुर रेलवे स्टेशन के आउटर पर रेल कर्मियों की दृष्टि डिब्बे के नीचे पहिए के पास छिपकर बैठे यात्री पर पड़ीए तुरंत ट्रेन को रुकवाया गयाए उसे बाहर निकला गया। यह तो गनीमत रही कि वह किसी अनहोनी का शिकार नहीं हुआ।
ऐसे कर्मियों के नजर में आया
पुणे.दानापुर {12149} सुपरफास्ट एक्सप्रेस के आने पर जबलपुर स्टेशन के आउटर पर कैरिज एंड वैगन विभाग {एसीएंडडब्ल्यू} के कर्मी रोलिंग परीक्षण कर रहे थे। रेल कर्मी पहियों पर दृष्टि गड़ाए थे तभी उन्हें ट्रेन के एस.4 कोच के नीचे पहिए के पास एक व्यक्ति दिखा। वह पहिए के पास ट्राली जैसी जगह पर छिपा हुआ था। यह देखते ही रेल कर्मियों ने तुरंत वायरलेस से सूचना प्रसारित की। चालक ने तुरंत ट्रेन रोक दिया। उसके बाद कोच के नीचे छिपकर यात्रा कर रहे व्यक्ति को सुरक्षित बाहर निकाला गया।