Spread the love

कीव: यूक्रेन के सुमी शहर पर रूस के एक भीषण मिसाइल हमले ने भारी तबाही मचाई है, जिसमें कम से कम 34 लोगों की जान चली गई है और 117 अन्य घायल हो गए हैं, जिनमें 15 बच्चे भी शामिल हैं। इस भयावह घटना पर अमेरिका के विशेष दूत कीथ केलॉग ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने नागरिक ठिकानों पर रूसी सेना के इस हमले को “रेड लाइन” का उल्लंघन बताया है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी इस हमले पर गहरा दुख जताया है।

यह रूसी हमला ऐसे समय में हुआ है जब अमेरिका यूक्रेन में युद्धविराम स्थापित करने के प्रयासों में जुटा हुआ है। कीथ केलॉग ने हाल ही में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात भी की थी।

रिटायर्ड लेफ्टिनेंट जनरल केलॉग ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी नाराजगी व्यक्त करते हुए लिखा, “एक पूर्व सैन्य नेता के तौर पर, मैं समझता हूं कि इस तरह के हमले का क्या अर्थ है। रूस का बैलिस्टिक मिसाइल हमला सभी सीमाओं को पार कर गया है। यह सरासर गलत है। इसी विनाश को रोकने के लिए अमेरिका हर संभव प्रयास कर रहा है कि यह युद्ध समाप्त हो और वह मध्यस्थ की भूमिका निभाता रहेगा।”

विदेश मंत्री मार्को रुबियो ने भी इस बर्बर हमले पर अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। उन्होंने कहा, “अमेरिका सुमी पर आज के भयानक रूसी मिसाइल हमले के पीड़ितों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करता है। यह दिखाता है कि क्यों राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनका प्रशासन इस युद्ध को समाप्त करने और स्थायी शांति प्राप्त करने के लिए इतनी मेहनत कर रहे हैं।”

यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार, रूस ने सुमी के मध्य भाग पर दो इस्कंदर-संस्करण बैलिस्टिक मिसाइलों से हमला किया। इस हमले में सुमी स्टेट यूनिवर्सिटी और आसपास के क्षेत्र को निशाना बनाया गया। हमले के बाद की तस्वीरों में सड़कों पर खून से लथपथ घायल लोग और शव बिखरे हुए दिखाई दिए।

यूक्रेन की ओर से जानकारी दी गई है कि इस हमले में 20 इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं, जिनमें चार शैक्षणिक संस्थान शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, कैफे और आवासीय भवनों को भी नुकसान पहुंचा है। दस कारें और एक ट्राम भी क्षतिग्रस्त हो गईं। सुमी के अधिकारियों ने बीबीसी को बताया कि मिसाइलों में क्लस्टर हथियार भरे हुए थे, जिसके कारण इतनी बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए और व्यापक विनाश हुआ।

यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने इस हमले के बाद वैश्विक समुदाय से कड़ी प्रतिक्रिया देने का आह्वान किया है। उन्होंने एक्स पर लिखा कि यह अत्यंत महत्वपूर्ण है कि इस भयानक हमले के बाद दुनिया चुप न रहे। रूस पर इस युद्ध को समाप्त करने का दबाव बनाना चाहिए। उन्होंने आरोप लगाया कि पुतिन शांति प्रस्तावों का उल्लंघन करके युद्ध को लंबा खींच रहे हैं। जेलेंस्की ने स्पष्ट रूप से कहा कि हमलावर रूस पर दबाव डाले बिना शांति स्थापित करना असंभव है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

× Whatsapp