सभी 15 लोगों ने मुरार जिला अस्पताल में लगवाए एंटी रैबीज के इंजेक्शन
ग्वालियर जिले के ग्रामीण क्षेत्र के निवासी हैं सभी 15 लोग
जिले में एक दिन में चार सौ से अधिक डॉग बाइट के मामले आए सामने
जिले से तीनों सरकारी अस्पताल में पहुँचे डॉग बाइट के मरीज लगवाए एंटी रैबीज के इंजेक्शन
डबरा के एक गांव में पागल कुत्ते ने एक भैंस को काट लिया था। लेकिन इस भैंस के दूध का सेवन 15 लोगों ने किया और जब उन्हें ये पता चला कि भैंस को पागल कुत्ते काटा था तो वे जिला अस्पताल मुरार पहुंचे और एंटी रैबीज के इंजेक्शन लगवाए। उधर शहर के तीन सरकारी अस्पतालों में सोमवार को कुत्ते काटने के 430 मरीज आए।
इनमें से किसी मरीज को पहला तो किसी को दूसरा या तीसरा एंटी रैबीज इंजेक्शन लगाया गया। सोमवार को जिला अस्पताल मुरार, JAH और सिविल अस्पताल में डॉग बाइट के 430 मरीज आए थे। जिला अस्पताल में आने वाले मरीजों में 15 मरीज डबरा से आए थे। ये सभी मरीज वो थे जिन्होंने उस कुत्ता काटी भैंस का दूध पिया था।
पीएसएम विभाग के पूर्व विभागाध्यक्ष डॉ.अशोक मिश्रा और वरिष्ठ पशु चिकित्सक डॉ. आशीष उपाध्याय ने कहा कि WHO की गाइड लाइन के अनुसार पशु को अगर कुत्ते ने काटा है, और उसका दूध किसी व्यक्ति ने पिया है, तो उससे रैबीज होने का खतरा नहीं होता है, इसलिए इंजेक्शन लगवाने की जरूरत नहीं है।