नगर निगम में हो रहा भ्रष्टाचार, नगर निगम अधीक्षक का मोहरा है बाल भवन प्रभारी
ग्वालियर। नगर निगम में इन दिनों भ्रष्टाचार का आलम जोरो से है, हाल ही में बाल भवन का प्रभारी सेलेंद्रा राजपूत को बयाना गया है, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सेलेंद्रा राजपूत के उपर नगर निगम अधीक्षक चौहान का हाथ है, इतना ही नहीं डीडीसीए अधीक्षक गोयल का भी हाथ है, इसलिए किसी भी बिनिमियत कर्मचारी को बाल भवन का प्रभारी बना दिया गाया है, इससे पहले पहले बाल भवन की प्रभारी लक्ष्मी धावलकर थी जो को सहायक रेवेन्यू इंस्पेक्टर के पोस्ट पर थी, लेकिन मिली जानकारी के अनुसार लोकेंद्र चौहान को भ्रष्टाचार करने का मौका नहीं मिल पा रहा रहा, जिसके मद्देनजर लोकेंद्र चौहान ने लक्ष्मी का ट्रांसफर करा के विनिमियत कर्मचारी सेलेंद्रा राजपूत को बाल भवन का प्रभारी बना दिया। अब लोकेंद्र चौहान आराम से बाल भवन से सेलेंद्रा राजपूत की आड़ में भ्रष्टाचार कर सकेगा।
बाल भवन के एडिटोरिम की आड़ में भ्रष्टाचार
बता दे की बाल भवन में एडिटोरिम है, जिसमे सासकीय और प्राइवेट मीटिंग होती है, प्राइवेट मीटिंग की बुकिंग के लिए १२ हजार के लगभग चार्ज लगता है, लेकिन लोकेंद्र चौहान कुछ पैसे लेकर एडिटॉरिम दे देता है, इसका पूरा साथ देता है बाल भवन प्रभारी, जो पैसा सरकारी खजाने में जाना चाइए वो इन ब्रस्ताचारियो के जेब में जा रहा है।
इस काम के लिए लक्ष्मी ने मना किया तो करा दिया ट्रांसफर
भ्रष्ट लोकेंद्र चौहान ने लक्ष्मी पर कई बार दबाव बनाया, लेकिन जब लक्ष्मी ने इस बारे में मना किया तो लोकेंद्र ने कमिस्नोर से बोल कर लक्ष्मी का ट्रांसफर करा दिया
क्या लोकेंद्र और सेलेंद्रा राजपूत पर होगी करवाई
जिस तरह नगर निगम में इन दोनो ब्रस्ताचारियो ने नगर निगम को गंदा कर दिया, क्या इन दोनो पर करवाई होगी, क्या प्रदेश के सीएम मोहन यादव इस पर संज्ञान लेंगे, जब तक सासन इन पर कोई करवाई नही करता है तब तक प्रॉपर न्यूज शांत नहीं बेटेगा।