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भारत-बांग्लादेश मैच की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। मैच वाले दिन शाम चार बजे से ही शंकरपुर स्टेडियम के सभी गेट खोल दिए जाएंगे।एमपीसीए व जीडीसीए द्वारा निजी एजेंसी के सहयोग से कुल 13 पार्किंग बनवाई गईं हैं।गोल पहाड़िया से आगे तिघरा तिराहे, बहोड़ापुर, पुरानी छावनी चौराहा ऋतुराज होटल और मोतीझील से आगे उन्हीं लोगों को स्टेडियम की ओर जाने की अनुमति होगी, जिनके पास टिकिट होंगे।

मैच के दिन दोपहर चार बजे दर्शकों को स्टेडियम में दिया जाएगा प्रवेश

HIGHLIGHTS

  1. प्रभारी मंत्री ने की तैयारियों की समीक्षा, कल तक पूरी करें व्यवस्थाएं
  2. 13 पार्किंग बनाईं, शुल्क देकर दर्शक अपने वाहन पार्क कर सकेंगे
  3. कुल 13 पार्किंग बनाईं, शुल्क देकर दर्शक अपने वाहन पार्क कर सकेंगे

 भारत-बांग्लादेश मैच की तैयारियां अंतिम चरण में हैं। मैच वाले दिन शाम चार बजे से ही शंकरपुर स्टेडियम के सभी गेट खोल दिए जाएंगे। शहर के विभिन्न स्थलों से निश्शुल्क बसों की व्यवस्था की गई है। बुधवार को ग्वालियर जिले के प्रभारी मंत्री तुलसीराम सिलावट ने अधिकारियों के साथ स्टेडियम पर व्यवस्थाएं देखीं और तैयारियों को लेकर बैठक भी ली। बैठक में तय हुआ कि पार्किंग सहित दर्शकों के आवागमन व अन्य व्यवस्थाओं की फाइनल रिहर्सल पांच अक्टूबर को की जाएगी।

कुल 13 पार्किंग बनाईं, शुल्क देकर दर्शक अपने वाहन पार्क कर सकेंगे

एमपीसीए व जीडीसीए द्वारा निजी एजेंसी के सहयोग से कुल 13 पार्किंग बनवाई गईं हैं। चार पहिया वाहन के लिए 100 रुपये और दोपहिया वाहन पार्क करने के लिए 50 रुपये शुल्क रखा गया है। कुल 13 पार्किंगों में सात चार पहिया वाहनों के लिए और छह पार्किंग दुपहिया वाहनों के लिए रहेंगीं। मोतीझील की ओर और गोल पहाड़िया की तरफ यह पार्किंग बनाई गई हैं। वहीं जो पार्किंग स्टेडियम से दूर हैं वहां से ई-रिक्शा वाहन ले जाएगा।

परेशानी से बचने के लिये स्वयं वाहन चलाकर या पूल वाहनों से आएं

गोल पहाड़िया से आगे तिघरा तिराहे, बहोड़ापुर, पुरानी छावनी चौराहा ऋतुराज होटल और मोतीझील से आगे उन्हीं लोगों को स्टेडियम की ओर जाने की अनुमति होगी, जिनके पास टिकिट होंगे। दर्शकों से आग्रह है कि वे परेशानी से बचने के लिये ड्राइवर की बजाय स्वयं वाहन ड्राइव करके आएं। यथासंभव पूल वाहन से भी आने की कोशिश करें। वाहन में जिनके पास टिकिट होंगे, उन्हें ही स्टेडियम रोड पर जाने दिया जाएगा।

तीन हास्पिटल व 13 चिकित्सा कियोस्क बनेंगे

दोनों टीमों के ड्रेसिंग रूम की ओर अस्थायी हास्पिटल स्थापित किए गए हैं। एक अतिरिक्त आइसीयू भी स्टेडियम परिसर में बनाया गया है। विभिन्न स्टैंड में प्राथमिक चिकित्सा के लिए 13 चिकित्सा कियोस्क भी बनाए जाएंगे। एमपीसीए द्वारा खिलाड़ियों के इलाज के लिए अपोलो हास्पिटल में व्यवस्था कराई गई है।

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