मध्यप्रदेश में हाई स्कूल और इंटरमीडिएट की परीक्षाएं 25 फरवरी से शुरू
माध्यमिक शिक्षा मंडल की हाईस्कूल और हायर सेकंडरी की बोर्ड परीक्षाएं 25 फरवरी से शुरू होने जा रही हैं, परीक्षाओं की तैयारी को अंतिम रूप देते हुए जिला ग्वालियर में 92 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं और 10 केंद्रों को रिजर्व रखा गया है, जहां 50 हजार छात्र-छात्राएं परीक्षा में शामिल होंगे..वहीं परीक्षाओं को लेकर MP बोर्ड की ओर से 110 केंद्राध्यक्ष और 110 सहायक केंद्राध्यक्ष की लिस्ट को स्वीकृत कर दिया गया है।
वीओ- ग्वालियर अंचल में साल 2023 में MP बोर्ड की परीक्षाओं के दौरान पेपर आउट होने के कुछ मामले सामने आए थे..लेकिन इस बार शिक्षा विभाग ने परीक्षाओं के दौरान कुछ बड़े परिवर्तन किए हैं जिससे परीक्षाओं की गोपनीयता भंग ना हो.. ग्वालियर जिले से हाईस्कूल और हायर सेकंडरी की परीक्षा में
लगभग 50 हजार छात्र-छात्राएं शामिल होंगे, जिसके के लिए 92 परीक्षा सेंटर बनाए गए हैं, इनमें 43 सामान्य, 41 संवेदनशील और 8 अतिसंवेदनशील और 10 परीक्षा केंद्रों को रिजर्व में रखा गया है..इन सेंटरों पर परीक्षा से 30 मिनट पहले छात्र छात्राओं को कॉपी दी जाएगी। परीक्षाएं शुरू होने से पहले परीक्षा केंद्रों का भी निरीक्षण लगातार किया जा रहा है.. खास बात यह है कि इस बार ऐसे स्कूलों को ही परीक्षा केंद्र
बनाया गया हैं, जहां CCTV कैमरे, फर्नीचर, पीने का पानी और टॉयलेट की पर्याप्त व्यवस्था है
परीक्षा के लिए इन्हें सौंपी जाएगी जिम्मेदारी...
@ परीक्षा केंद्र पर नियुक्त किए गए कलेक्टर प्रतिनिधि परीक्षा केंद्र के पास बने थाने से पेपर निकलवाने और उसे केंद्र तक सुरक्षित पहुंचाने की जिम्मेदारी संभालेंगे।
@ कलेक्टर प्रतिनिधि और अधिकारी MP बोर्ड द्वारा तैयार किए गए एप पर थाने से ही सेल्फी भेजेंगे।
@ MP बोर्ड की ओर से थाने से लेकर परीक्षा केंद्र के रूट तक की संबंधित अधिकारी के मोबाइल से ही मॉनिटरिंग की जाएगी।
@ संवेदनशील और अतिसंवेदनशील केंद्र पर बोर्ड के अधिकारी, बोर्ड की ओर से गठित टीम, जिला शिक्षा अधिकारी की टीम की विशेष नजर रहेगी।
@ पुलिस थाने से प्रश्न पत्र निकालने के बाद.. परीक्षा केंद्राध्यक्ष और सभी शिक्षकों, कर्मचारियों के मोबाइल बंद करवाकर अलमारी में सील कराए जाएंगे।
@ पेपर के पैकेट भी परीक्षा केंद्र में लाने के बाद ही सीधे परीक्षा कक्ष में ही खोले जाएंगे।
@ सोशल मीडिया पर सख्ती के साथ नजर रखी जाएगी और इसमें साइबर पुलिस की मदद भी ली जाएगी।
@ मंडल द्वारा बनाए गए कंट्रोल रूम से भी सोशल मीडिया पर नजर रखी जाएगी।
