
लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में पुलिस ने गैंगरेप के आरोपी को मुठभेड़ में गिरफ्तार किया है। साथ ही उसके एक साथी को भी गिरफ्तार किया गया है। इन दोनों आरोपियों पर एक मंदबुद्धि महिला से सामूहिक दुष्कर्म करने का आरोप है। इस मामले में दो पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई भी की जा चुकी है।
मुख्य घटनाक्रम:
- होली के दिन मंदबुद्धि महिला के साथ हुआ था गैंगरेप
- पुलिस द्वारा आरोपी पर अब की गई कार्रवाई
- एडीएम के आदेश पर गैंगरेप का मामला हुआ दर्ज
गैंगरेप का आरोप और आरोपी की गिरफ्तारी:
लखनऊ के गोसाईगंज थाना क्षेत्र में एक मंदबुद्धि महिला के साथ 14 मार्च को गैंगरेप की घटना सामने आई थी। इस घटना के बाद, पुलिस ने आरोपी संदीप यादव और उसके साथी की तलाश शुरू की थी। पुलिस को एक मुखबिर से जानकारी मिली कि आरोपी संदीप और उसका साथी जंगल के पास से गुजरेंगे। इस सूचना पर पुलिस ने चेकिंग शुरू की और संदिग्ध बाइक सवारों को रुकने के लिए कहा।
जब बाइक सवारों ने रुकने के बजाय पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी, तो पुलिस ने जवाबी फायरिंग की। इस दौरान आरोपी संदीप यादव के पैर में गोली लगी। वहीं, पुलिस ने उसके साथी मायाराम को भी गिरफ्तार कर लिया। घायल आरोपी को इलाज के लिए अस्पताल भेजा गया और दोनों आरोपियों ने अपना जुर्म स्वीकार कर लिया। अब इस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है।
गैंगरेप का मामला और पुलिस की लापरवाही:
घटना के बाद, पीड़िता के पिता ने पुलिस स्टेशन पर जाकर शिकायत दर्ज कराने की कोशिश की थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। इसके बाद, पीड़ित पिता ने समाधान दिवस पर एडीएम आपूर्ति ज्योति गौतम से मामले की शिकायत की। एडीएम की सख्त कार्रवाई के बाद, गोसाईगंज थाने में गैंगरेप का मामला दर्ज किया गया।
इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोप में मोहनलालगंज के खुजौली चौकी इंचार्ज अर्जुन सिंह और गोसाईगंज के जेल चौकी इंचार्ज अनिरुद्ध कुमार को लाइन हाजिर कर दिया गया था। पुलिस ने बाद में आरोपियों की तलाश तेज कर दी थी और अब दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।