
नई दिल्ली: दिल्ली की नगर निगम (एमसीडी) की राजनीति में आम आदमी पार्टी (आप) को एक बड़ा झटका लगा है। पार्टी के 13 पार्षदों ने सामूहिक रूप से इस्तीफा दे दिया है और ‘इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी’ नाम से एक नई राजनीतिक पार्टी बनाने की घोषणा की है। इस नए राजनीतिक मोर्चे का नेतृत्व हेमचंद गोयल करेंगे, जबकि मुकेश गोयल को पार्टी का अध्यक्ष नियुक्त किया गया है। इस घटनाक्रम ने दिल्ली की राजनीतिक परिदृश्य में एक नई हलचल पैदा कर दी है।
इस्तीफा देने वाले पार्षदों ने आम आदमी पार्टी पर जनता से किए गए वादों को पूरा न करने का गंभीर आरोप लगाया है। ये पार्षद 2022 में आम आदमी पार्टी के टिकट पर एमसीडी में चुने गए थे। उन्होंने कहा कि सत्ता में आने के बावजूद, पार्टी का शीर्ष नेतृत्व एमसीडी का संचालन ठीक ढंग से करने में विफल रहा है। इस कारण, इन असंतुष्ट नेताओं ने पार्टी से अलग होकर अपना नया राजनीतिक रास्ता चुनने का फैसला किया है।
आम आदमी पार्टी के 13 पार्षदों का इस्तीफा:
आम आदमी पार्टी के जिन प्रमुख पार्षदों ने इस्तीफा दिया है, उनमें हेमचंद गोयल, दिनेश भारद्वाज, हिमानी जैन, उषा शर्मा, साहिब कुमार, राखी कुमार, अशोक पांडेय, राजेश कुमार, अनिल राणा और देवेंद्र कुमार जैसे महत्वपूर्ण नाम शामिल हैं। इन नेताओं के इस्तीफे से पार्टी को गहरा आघात लगा है, और वे अब एक नई राजनीतिक दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
इस्तीफे का कारण:
आप पार्षद हिमानी जैन ने इस्तीफे का कारण बताते हुए कहा कि पिछले ढाई वर्षों में एमसीडी में कोई भी उल्लेखनीय कार्य नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि सत्ता में होने के बावजूद, पार्टी एमसीडी में प्रभावी ढंग से काम करने में विफल रही है। इसी कारण उन्होंने इस्तीफा देकर ‘इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी’ का गठन किया है। हिमानी जैन ने यह भी स्पष्ट किया कि उनकी नई पार्टी दिल्ली के विकास के लिए काम करेगी और उस राजनीतिक दल का समर्थन करेगी जो इसी दिशा में आगे बढ़ेगा।
इस घटनाक्रम ने दिल्ली की राजनीति में एक नया मोड़ ला दिया है। ‘इंद्रप्रस्थ विकास पार्टी’ के गठन से एमसीडी में राजनीतिक समीकरण बदल सकते हैं और आगामी चुनावों में इसका प्रभाव देखने को मिल सकता है। आम आदमी पार्टी के लिए यह एक बड़ी चुनौती है, और उन्हें अपने पार्षदों के असंतोष को दूर करने और जनता के विश्वास को फिर से जीतने के लिए तत्काल कदम उठाने होंगे।